एक साल में हाई रिस्क वाली सर्वाधिक प्रसूताओं को पहचानकर किया इलाज, बालेसर CHC प्रदेश में अव्वल
जोधपुर। प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत उत्कृष्ट सेवाओं के लिए जोधपुर जिले की सीएचसी बालेसर ने प्रदेश में पहला स्थान प्राप्त किया है। गुरुवार को जयपुर में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य भवन में आयोजित वार्षिक समीक्षा बैठक में नेशनल हेल्थ मिशन के एमडी जितेंद्र सोनी ने सीएचसी प्रभारी डॉ. राजेंद्र गर्ग को पूरी टीम के प्रतिनिधि के तौर पर सम्मानित किया।
इस दौरान डॉ. राजेंद्र गर्ग ने लेबर रुम इंचार्ज एवं सोनोलॉजिस्ट डॉ. निरुपमा चौधरी के प्रयासों को खासतौर पर सराहा। गौरतलब है कि डॉ. चौधरी ने पिछले 1 साल में 1650 सोनोग्राफी की थीं, जिनमें से उन्होंने कई जन्मजात विकृतियों की भी पहचान की। सीएचसी ने एक साल में 1278 डिलेवरी करवाई थीं, जिनमें से 160 हाई रिस्क वाली डिलीवरी थी। इसके अलावा सीएससी ने माह में 3 बार प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व दिवस का संचालन भी किया जिसके तहत गर्भवती महिला के स्वास्थ्य की जांच की गई।
स्त्री एवम् प्रसूता रोग विशेषज्ञ डॉ. निरुपमा चौधरी ने बताया कि बालेसर से प्रसूताओं को सोनोग्राफी के लिये 80 किमी दूर जोधपुर जाना पड़ता था। विधायक कोटे से BCMO डॉ. रहीस एवम् CHC प्रभारी डॉ. राजेंद्र गर्ग के प्रयासों से USG लगवाकर वहीं प्रसूताओं की सोनोग्राफी शुरू की।
इसके लिए उन्होंने उम्मेद चिकित्सालय जोधपुर से 1 माह का खास प्रशिक्षण भी प्राप्त किया और पिछले साल राज्य में सबसे अधिक CHC लेवल पर प्रसूताओं को इसका लाभ देकर प्रथम स्थान मिला। साथ ही CHC बालेसर को हाई रिस्क वाली प्रसूताओं को पहचानकर इलाज सुविधा देने में भी राज्यस्तर पर प्रथम स्थान प्राप्त किया।
इस मौके पर डॉ. लोकेश चतुर्वेदी, डायरेक्टर आरसीएच, डॉ. ओपी थाकन डायरेक्टर SIHFW, डॉ. जितेंद्र सोनी एमडी एनएचएम मौजूद थे, जिन्होंने पूरे संस्थान के सम्मिलित प्रयास से प्राप्त इस कामयाबी के लिए सभी को बधाई दी।