Modi In Bhilwara : देवनारायण ‘कमल’ पर पैदा हुए, हमारी पैदाईश भी ‘कमल’ से, हमारा और आपका पुराना नाता- पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज भीलवाड़ा दौरे पर हैं। वे यहां भगवान देवनारायण के 1111वें अवतरण महोत्सव में शामिल हुए। उन्होंने मालासेरी डूंगरी में भगवान देवनारायण के मंदिर में पूजा-अर्चना कर दर्शन भी किए। प्रधानमंत्री मोदी ने यहां पर कार्यक्रम को भी संबोधित किया। अपने संबोधन में उन्होंने गुर्जरों के देश की रक्षा और संस्कृति में योगदान की खूब सराहना की। उन्होंने गुर्जर समाज का भाजपा से पुराना नाता भी बता दिया। उन्होंने कहा कि भगवान देवनारायण कमल पर पैदा हुए, इस बार भारत में आयोजित G-20 बैठक का लोगो भी कमल पर आधारित था और हम तो वो लोग हैं जिनकी पैदाइश ही कमल से हुई। इसलिए हमारा और आपका पुराना नाता है।
गुर्जर समाज संस्कृति और पराक्रम का द्योतक
पीएम मोदी ने जनता को दिए अपने संबोधन में कहा कि हमारा समाज आज अपनी संस्कृति को समेटे हुए है। इसके चलते आज तक भारत को कोई शक्ति समाप्त नहीं कर पाई। मोदी ने कहा कि आज भारत अपने वैभवशाली भविष्य की नींव रख रहा है। भारत अटल, अजर-अमर है। ये शक्ति हमारे समाज की शक्ति है।देश के करोड़ों लोगों की शक्ति है। भारत में समाजशक्ति की बहुत बड़ी भूमिका रही है। हर अहम समय में समाज के बीच से ऐसी ऊर्जा निकलती है जो सबको दिशा दिखाता है सबका कल्याण करता है। हमारे पूर्वज बेहद शक्तिशाली थे, जिन्होंने अत्याचारियों से हमारी रक्षा की है।
मोदी ने कहा कि सिर्फ 30 साल की उम्र में ही कोई इंसान देवों की तरह कार्य करे वह किसी देवतुल्य के लिए ही संभव है। भगवान देवनारायण ने समाज को बांधे रखा, इसलिए उनके लिए समाज में आस्था है। इसलिए आज भी लोकजीवन में वे परिवार के मुखिया की तरह हैं, लोग आज भी उनसे अपने दुख-सुख बांटते है। मोदी ने कहा कि जिस परिवार से वे आते थे वहां कोई कमी नहीं थी, लेकिन बावजूद इसके उन्होंने सबकुछ त्याग कर समाज के कल्याण में काम किया। इसके बाद उन्होंने ‘भला जी भला सब देव भला’ का उद्घोष किया ।
हर कमजोर वर्ग को उठाने का काम किया
मोदी ने कहा कि बीते 8-9 सालों में हमने देश के कमजोर वर्ग को उठाने का काम किया था और इसे ही प्राथमिकता लेकर चल रहे हैं । हमने हर गरीब को फ्री राशन दिया। जिससे लगभग पूरा देश कवर किया जा रहा है। अस्पतालों में आयुष्मान भारत के तहत फ्री इलाज मिल रहा है। यहां तक कि गरीबों के घरों में शौचालय तक नहीं था, हमने वो बनवाया। अब किसी को शौच के लिए बाहर नहीं जाना पड़ता।
मोदी ने कहा कि हमारे लिए पानी का क्या महत्व है राजस्थान से बेहतर कौन जानता होगा। बीते साढ़े 3 सालों में 11 करोड़ से ज्यादा परिवारों तक पाइप से पानी पहुंच रहा है। सिंचाई समेत हर काम खेती से संबंधित हो हर किसान को सहायता दी जा रही है। किसानों को PM किसान सम्मान निधि की सहायता दी जा रही है। राजस्थान में 15 हजार करोड़ रुपए सीधे किसानों के खाते में भेजे गए हैं। गौकल्याण के लिए और पशुपालन पर जोर दिया जा रहा है। क्यों कि पशुधन ही ग्रामीणों के जीवनयापन का एक अहम हिस्सा है।
गुर्जर सेनानियों को इतिहास में जगह नहीं मिली
मोदी ने कहा कि राजस्थान धरोहरों की धरती है, यहां सृजन है उत्साह और उत्सव है, रग-राग राजस्थान के पर्याय हैं। यहां के लोगों का संघर्ष और प्रेरणा भी है। तेजाजी से बाबूजी तक, गोगाजी से रामदेवरा तक, बप्पारावल से महाराणा प्रताप तक। इन लोकदेवताओं और महापुरुषों ने राजस्थान में लोगों को रास्ता दिखाया है। राष्ट्र रक्षा हो या संस्कृति की रक्षा हो गुर्जर समाज ने अहम भूमिका निभाई है। गुर्जर समाज की बहन बेटिय़ों ने देश की संस्कृति और सेवा में दिया है, यह परंपरा आज भी समृद्ध हो रही है। लेकिन ऐसे सेनानियों को इतिहास में स्थान नहीं मिला जिसके वे हकदार थे।
लेकिन आज का भारत उन भूलों को सुधार रहा है। अब उन गुम हो चुके सेनानियों की जीवनी को सामने लाया जा रहा है। यह गुर्जर समाज को भी सशक्त करेगा और देश को आगे बढ़ने में भी मदद करेगा।
हमारा और आपका पुराना नाता
मोदी ने कहा कि हमें एकजुट होकर देश के विकास के लिए काम करना है। आज भारत दुनिया के हर बड़े मंच पर अपनी बात डंके की चोट पर कहता है। इसलिए ऐसी हर बात जो हम देशवासियों की एकता के खिलाफ है। हमें उनसे दूर रहना है। हमें अपने संकल्पों को सिद्ध करते हुए आगे बढ़ना है। हमें सिद्धी प्राप्त होगी। उन्होंने जय देवदरबार का भी उद्घोष किया। उन्होंने कहा कि भगवान देवनारायण कमल पर पैदा हुए, इस बार भारत में आयोजित G-20 बैठक का लोगो भी कमल पर आधारित था और हम तो वो लोग हैं जिनकी पैदाइश ही कमल से हुई। इसलिए हमारा और आपका पुराना नाता है।
बता दें कि मोदी की भीलवाड़ा में आगवानी केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने की। मोदी के भीलवाड़ा दौरे को लेकर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे। देशभर के लोग आज भगवान देवनारायण को नमन कर रहे हैं। मालासेरी में भगवान देवनारायण का मंदिर भीलवाड़ा से 60 किलोमीटर दूर है। आपको बता दें कि मालासेरी भगवान देवनारायण की जन्मस्थली है। जहां हर साल उनकी जयंती पर मेला लगता है।