'कांग्रेसी इसलिए राम मंदिर नहीं गए…' लोकसभा चुनाव से पहले MLA अमीन खान के बयान ने बढ़ाई कांग्रेस की टेंशन?
MLA Ameen Khan: राजस्थान विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी को मिली हार को नेता पचा नहीं पा रहे हैं। एक के बाद एक उलूल जुलूल बयान देखकर लोकसभा चुनाव से पहले पार्टी की मुश्किलें बढ़ा रहे हैं। बाड़मेर में आयोजित हुए कार्यकता जनसंवाद में बोलते हुए पूर्व मंत्री और 5 बार के विधायक अमीन खान ने पार्टी की मुश्किलें और बढ़ा दी हैं। संबोधन के दौरान अमीन खान का हार का दर्द झलक पड़ा। नेताजी ने कहा कि अब कांग्रेस पार्टी को राजस्थान में जाट, मेघवाल और मुसलमान ही बचा सकते हैं।
क्यों कांग्रेसी नेता नहीं गए राम मंदिर?
अमीन खान ने कहा कांग्रेसी नेता मुसलमानों की वजह से राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा में नहीं गए। कांग्रेस को लगा कि ये अल्पसंख्यकों पर चोट है। कांग्रेस ही वह पार्टी है जो अल्पसंख्यकों को सम्मान देती आई और इसलिए अल्पसंख्यक कांग्रेस पार्टी के साथ हैं। इस दौरान राजस्थान कांग्रेस प्रभारी सुखजिंदर रंधावा, पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा और नेता प्रतिपक्ष नेता टीकाराम जूली भी मंच पर मौजूद थे।
'3 जातियां ही बचा सकती हैं कांग्रेस को'
अमीन खान ने मंच पर बैठे कांग्रेस के सीनियर लीडर्स को खरी-खरी सुनाते हुए कहा कि बाड़मेर-जैसलमेर लोकसभा सीट पर अगर कांग्रेस को बचा सकता हैं वो जाट, मेघवाल और मुसलमान जाति। आज हालात यह हैं कि यहां जाटों के 60% कांग्रेस के खिलाफ है और एससी-एसटी के भी और उसके बाद बचे बेचारे हम यानि मुसलमान। हम सोच रहे हैं कि अब किस तरफ जाएं? जाट और मेघवाल कह रहे हैं कि हमने कांग्रेस छोड़ दी है, आप भी छोड़ दो। अमीन खान ने कहा कि इस बार विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 2 करोड़ देकर मुसलमान (कांग्रेस के पूर्व जिलाध्यक्ष फतेह खान) को खड़ा कर दिया। इसलिए ही मैं हार गया।
रंधावा पर कसा तंज
अमीन खान ने मंच पर बैठे राजस्थान के कांग्रेस प्रभारी सुखजिंदर सिंह रधावा पर तंज करते हुए कहा कि सरदार जी, आप भी अल्पसंख्यक हो और हम भी। एक दुखी ही दुखी की पीड़ा जानता है। हमारे ऊपर कई बार आरोप लगते हैं कि आप आईएसआई के एजेंट हो। इससे हर आदमी घबरा जाता है और तभी नीचे देखना पड़ता है।