एम एल लाठर ने ली सूचना आयुक्त पद की शपथ, सीएम गहलोत का रिटायर्ड अफसरों पर भरोसा बरकरार
जयपुर। मुख्य सूचना आयुक्त डीबी गुप्ता ने सोमवार को यहां राज्य सूचना आयोग में मोहन लाल लाठर (एमएल लाठर) को सूचना आयुक्त पद की शपथ दिलवाई। इस अवसर पर गुप्ता ने कहा कि लाठर की नियुक्ति के बाद अब आयोग में सूचना आयुक्त के स्वीकृत सभी पद भर गए है। इस अवसर पर नवनियुक्त सूचना आयुक्त लाठर ने कहा कि वर्तमान युग पारदर्शिता का युग है और वे इस नवीन पद पर में पूरी निष्ठा से अपने कर्तव्य का निर्वहन करेंगे।
कार्यक्रम में सूचना आयुक्त राजेन्द्र बरबड़, लक्ष्मण सिंह राठौड़, शीतल धनकड़, सूचना आयोग, सचिव प्रियंका गोस्वामी, उप सचिव सुमन मीणा सहित विभिन्न आयोग के अधिकारियों ने लाठर को पुष्पगुच्छ भेंट कर स्वागत किया। इस अवसर आयोग के विभिन्न अधिकारी एवं कर्मचारी मौजूद रहे।
मुख्यमंत्री गहलोत का अफसरों पर भरोसा बरकरार
गहलोत सरकार ने रिटायरमेंट के बाद एमएल लाठर को सूचना आयुक्त बनाकर तोहफा दिया है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने रिटायरमेंट के बाद भी अफसरों पर भरोसा जता रहे हैं। प्रशासनिक कामकाज के लिए रिटायर अफसरों को प्रदेश के सीएम गहलोत बहुत विश्वसनीय और योग्य मानते हैं। वे आईएएस-आईपीएस अफसरों को रिटायरमेंट के बाद किसी न किसी आयोग, बोर्ड, कमेटी आदि की कमान सौंप रहे हैं। वर्तमान कार्यकाल में उन्होंने पिछले चार सालों में 16 आईएएस-आईपीएस अफसरों को रिटायरमेंट के बाद भी इस तरह की टॉप पोस्टिंग दी है। रोचक बात यह भी है कि इनमें प्रदेश के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक जैसे शीर्षतम पदों पर रहने वाले अफसर भी शामिल हैं।
राजस्थान की ब्यूरोक्रेसी के अनुभवी जानकारों का कहना है कि संभवत: पूरे देश में अशोक गहलोत अकेले मुख्यमंत्री हैं। जिन्होंने एक ही कार्यकाल में इतनी बड़ी संख्या में रिटायर्ड ब्यूरोक्रेट्स पर इस तरह का विश्वास जताया है। राजस्थान में तो उनसे पहले किसी भी सीएम ने 5-6 से ज्यादा ब्यूरोक्रेट्स को इस तरह की पोस्टिंग नहीं दी है। हाल ही में सीएम गहलोत ने रिटायर हुए आईएएस अफसर चेतन देवड़ा को राजस्थान सिविल सेवा अपीलीय प्राधिकरण का सदस्य बना दिया है।