जयपुर में नाबालिग से दरिंदगी…सौतेली मां ने टॉर्चर कर भीख मंगवाई, सहेली के पास गई तो वेश्यावृत्ति में धकेला
जयपुर। राजधानी जयपुर में एक नाबालिग लड़की से उसकी सौतेली मां हैवानियत की सारी हदें पार कर दी। सौतेली मां ने टॉर्चर करते हुए लड़की से पहले तो भीख मंगवाई। ऐसा नहीं करने पर उसके साथ मारपीट की। सौतेली मां से परेशान नाबालिग लड़की अपनी सहेली के पास गई। वहां पर सहेली ने उसे वेश्यावृत्ति में धकेल दिया। जहां उसके साथ गैंगरेप किया।
आखिर बचपन बचाओ आंदोलन की टीम नाबालिग तक पहुंची तो पूरे मामले का खुलासा हुआ। काउंसलिंग के बाद सदर थाने में एफआईआर दर्ज करवाई गई है। मेडिकल के दौरान जनाना हॉस्पिटल से चकमा देकर नाबालिग पीड़िता फरार हो गई। सिंधीकैम्प थाना पुलिस नाबालिग पीड़िता की तलाश कर रही है।
पुलिस ने बताया कि बचपन बचाओ आंदोलन की पार्वती ने सिंधीकैम्प थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई है। महिला ने शिकायत में बताया कि 30 अक्टूबर को चाइल्ड लाइन से सूचना मिली कि हसनपुरा सदर में नाबालिग लड़की (14) से गलत काम करवाया जा रहा है। सूचना पर चाइल्ड लाइन टीम मौके पर पहुंची। टीम ने नाबालिग लड़की की काउंसलिंग की। काउंसलिंग में पता चला कि साल-2019 में लॉकडाउन के दौरान सौतेली मां और पिता ने उसे भीख मांगकर डेढ़ हजार रुपए रोज घर लाने का टारगेट दिया। भीख के डेढ़ हजार रुपए रोज नहीं लाकर देने पर उसको बुरी तरह केबल वायर से पीटा जाता था।
पार्क में दो लड़कों ने किया दुष्कर्म का प्रयास…
आखिर सौतेली मां और पिता के टॉर्चर से परेशान होकर एक रात नाबालिग लड़की घर से निकलकर सिविल लाइन पार्क में सोने चली गई। पार्क में अकेला पाकर दो लड़कों ने उसके साथ दुष्कर्म करने का प्रयास किया। लड़कों के डर से लड़की वापस घर लौट गई। घर पहुंचते ही सौतेली मां मारपीट करने लगी। सौतेली मां के टॉर्चर से परेशान होकर लड़की हसनपुरा में रहने वाली अपने सहेली के घर रहने लगी।
सहेली ने वेश्यावृत्ति में धकेला…
सहेली के घर रहने के दौरान उसने नाबालिग को मुकेश नाम के व्यक्ति से मिलवाया। मुकेश ने अकेली देख नाबालिग लड़की को वेश्यावृत्ति में धकेल दिया। मुकेश पहले खुद नाबालिग से दुष्कर्म करता था। उसके बाद फैक्ट्री, होटलों और अन्य जगह भेजकर गलत काम करवाता था। सोड़ाला के नन्दपुरी स्थित फैक्ट्री एरिया में भेजने पर फैक्ट्री कर्मचारियों द्वारा गैंगरेप किया जाता था। नाबालिग से होटल में भी गैंगरेप करवाया जाता था। सहेली की ओर से उसे टैक्सी केब बुक कर वैश्यावृत्ति के लिए भेजा जाता था। पांच सालों तक दलाल मुकेश उसके साथ रेप कर रहा है। नाबालिग के गर्भवति होने पर दलाल मुकेश ने टेबलेट देकर उसका अबॉर्शन करवा दिया।
मेडिकल करवाने के दौरान हॉस्पिटल से चकमा देकर भागी…
बचपन बचाओ आंदोलन की अधिकारी पार्वती कंवर की ओर से काउंसलिंग के बाद नाबालिग पीड़िता को बालिका गृह गांधी नगर में दाखिल करवाया गया था। एक नवम्बर को पार्वती कंवर और सदर थाने की एसआई सुमन पीड़िता का मेडिकल करवाने राजकीय सेटेलाइट हॉस्पिटल बनीपार्क गई थी। हॉस्पिटल में ब्लड सैम्पल लिए जाने के दौरान नाबालिग पीड़िता डर रही थी। सेटेलाइट हॉस्पिटल से जांच के लिए उसे जनाना हॉस्पिटल रेफर कर दिया।
जनाना हॉस्पिटल में मेडिकल के लिए 2 घंटे तक इंतजार करने के बाद डॉक्टरों ने सोनोग्राफी नहीं हो सकने की कहकर भेज दिया। यहां से वाशरुम जाने की कहकर नाबालिग पीड़िता चकमा देकर हॉस्पिटल से फरार हो गई। सीसीटीवी फुटेजों को खंगालने पर नाबालिग पीड़िता चांदपोल की ओर तेजी से भागते हुए दिखाई दी। जिसके बाद नाबालिग पीड़िता की तलाश के लिए सिंधीकैम्प थाने में मामला दर्ज करवाया गया।
सिंधीकैम्प थाने के एएसआई बलदेव सिंह ने बताया कि नाबालिग पीड़िता के लापता होने की शिकायत मिलने पर एफआईआर दर्ज की गई। पुलिस टीम नाबालिग पीड़िता की तलाश में जुटी हुई है। जल्द ही नाबालिग पीड़िता को ढूंढ लिया जाएगा।