प्रदेश सरकार के दो दिवसीय चिंतन शिविर में मंत्रियों ने दिए प्रजेंटेशन, CM गहलोत कर रहे हैं समीक्षा
जयपुर। राजस्थान सरकार का दो दिवसीय चिंतन शिविर आज शुरू हो चुका है। इस कार्यक्रम में सरकार की कई विभागों के कामकाज की समीक्षा की जा रही है। एग्रीकल्चर सेक्टर को लेकर भी चर्चा हुई है। कृषि मंत्री लालचंद कटारिया ने इस पर अपनी प्रजेंटेशन दी है। इस कार्यक्रम को हरीश चंद्र माथुर राजस्थान लोक प्रशासन संस्थान में आयोजित किया जा रहा है।
इस शिविर में आज स्वास्थ्य मंत्री परसादी लाल, शिक्षा मंत्री बीडी कल्ला, उच्च शिक्षा राज्य मंत्री राजेंद्र सिंह यादव और तकनीकी शिक्षा राज्य मंत्री सुभाष गर्ग, कृषि मंत्री लालचंद कटारिया, सहकारिता मंत्री उदय लाल आंजना, कृषि विपणन राज्य मंत्री मुरारी लाल मीणा, गोपालन मंत्री प्रमोद भाया, ऊर्जा राज्य मंत्री भंवर सिंह भाटी, लोक निर्माण मंत्री भजन लाल जाटव, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री महेश जोशी और जल संसाधन मंत्री महेंद्रजीत सिंह मालवीय अपने-अपने विभागों की प्रगति रिपोर्ट पेश कर रहे हैं।
पिछले 4 साल की 75 प्रतिशत घोषणाएं पूरी
बैठक में बैठक में मुख्य सचिव ऊषा शर्मा ने कहा कि राजस्थान स्वास्थ्य के क्षेत्र में मॉडल राज्य बन गया है जबकि शिक्षा के क्षेत्र में भी प्रगति देखी गई है। उन्होंने कहा कि सरकार के पिछले चार वर्ष के कार्यकाल में 94 प्रतिशत बजटीय घोषणाओं के लिए वित्तीय स्वीकृति जारी की गई है। मुख्य सचिव ने कहा कि स्वास्थ्य क्षेत्र में पिछले चार साल की 75 फीसदी बजट घोषणाएं पूरी हो चुकी हैं और बाकी घोषणाओं पर काम चल रहा है।
बैठक में शामिल सीएम गहलोत बजटीय घोषणाओं के क्रियान्वयन और सभी विभागों के कामकाज की समीक्षा कर रहे हैं। मंत्री अलग-अलग सत्रों में अपने विभागों के चार साल के कामकाज, बजटीय घोषणाओं के कार्यान्वयन, नवाचार की रिपोर्ट मुख्यमंत्री के सामने पेश कर रे हैं।
ये मंत्री शिविर से रहे नदारद
बता दें कि इस चिंतन शिविर के दूसरे दिन यानी मंगलवार को नगर विकास एवं आवास यानी UDH मंत्री शांति कुमार धारीवाल, ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री रमेश मीणा, गृह राज्य मंत्री राजेंद्र सिंह यादव, परिवहन एवं सड़क सुरक्षा राज्य मंत्री बृजेंद्र ओला अपने-अपने विभागों की प्रजेंटेशन देंगे।
दूसरी तरफ इस चिंतन शिविर में मंत्री हेमाराम चौधरी, राजेंद्र गुढ़ा, विश्वेंद्र सिंह और मंत्री शकुंतल रावत गैरमौजूद रहीं। दरअसल हेमाराम चौधरी सचिन पायलट के साथ परबतसर दौरे पर हैं। वहीं राजेन्द्र गुढ़ा 18 जनवरी की सचिन पायलट की सभा की तैयारी में जुटे हुए हैं। इधर शकुंतला रावत के ससुर का पिछले दिनों निधन हो गया था इसलिए वे इस शिविर में नहीं आए दूसरी तरफ विश्वेन्द्र सिंह को स्वास्थ्य समस्या के चलते डॉक्टर्स ने आराम करने की सलाह दी है इसलिए वे शिविर में नहीं पहुंच सके।