मंत्री परसादी मीणा ने दिल्ली में CM की तारीफ में गढ़े कसीदे, PM से की मांग-पूरे देश में लागू हो गहलोत मॉडल
नई दिल्ली। दिल्ली दौरे पर गए चिकित्सा मंत्री परसादी लाल मीणा ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की तारीफ में जमकर कसीदे गढ़े। साथ ही मोदी सरकार और बीजेपी को जमकर आड़े हाथ लिया। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार के बजट और उनकी योजनाओं में कोई दम नहीं है। लेकिन, चिरंजीवी योजना आज शोध का विषय बन चुकी है। मंत्री मीणा ने पत्रकारों से रू-ब-रू होते हुए कहा कि हम चाहते हैं कि गहलोत मॉडल पूरे देश में लागू हो। इसके लिए पीएम मोदी को आगे आकर पहल करनी चाहिए।
कांग्रेस के वरिष्ट नेता पवन खेड़ा के साथ राजस्थान के स्वास्थ्य मंत्री प्रसादी लाल मीणा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि CM अशोक गहलोत जी ने गरीब परिवारों की पीड़ा को समझा और सभी के लिए मुफ्त जांच व दवाइयों की सुविधा शुरू की। निरोगी राजस्थान के संकल्प को पूरा करने के लिए ही उन्होंने चिरंजीवी योजना की शुरुआत की। इसके तहत लोगों के प्रीमियम का पैसा भी राज्य सरकार ही जमा करवाती है।
जब-जब गहलोत बने सीएम, तब-तब किया कमाल
चिकित्सा मंत्री मीणा ने कहा कि पहली बार अशोक गहलोत मुख्यमंत्री बने तो उन्होंने बीपीएल परिवारों के लिए मुफ्त जांच व दवाइयों की सुविधा शुरू की। जब दूसरी सीएम बने तो मुख्यमंत्री ने सभी के लिए निशुल्क दवाइयां और जांच की सुविधा शुरू की, जिससे प्रदेश की जनता को नया जीवन मिला। तीसरी बार अशोक गहलोत मुख्यमंत्री बने तो उन्होंने पूरे प्रदेश में ओपीडी-आईपीडी सहित अन्य सभी दवाएं निशुल्क शुरू की। इस पर लोगों को आश्चर्य हुआ।
बीजेपी के सवाल का सीएम ने दिया था ये जवाब
उन्होंने कहा बीजेपी नेताओं ने पूछा कि फ्री की योजनाओं के लिए पैसा कहां से आएगा तो मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि जब मैं खुद जादूगर हूं, मेरे पास पैसे की कहां कमी है। मैं प्रदेशवासियों को निशुल्क दवाईयां दूंगा। मंत्री मीणा ने कहा कि निरोगी राजस्थान के संकल्प को पूरा करने के लिए ही सीएम ने चिरंजीवी योजना की शुरुआत की। इसके तहत एक लाख 76 हजार करोड़ लोगों के प्रीमियम का पैसा भी राज्य सरकार ही जमा करवाती है। लेकिन, राजस्थान के अलावा ऐसा कोई प्रदेश नहीं है जो प्रीमियम का पैसा भी सरकारी खजाने से जैमा करा रहा हो। लोगों को 10 लाख का बीमा भी निशुल्क दे। सीएम गहलोत ने राजस्थान का मॉडल स्टेट बनाने का काम किया। लेकिन, कुछ समय बाद ही कोविड आ गया। कोरोना काल के दौरान पूरे देश में हाहाकार मचा हुआ था। लेकिन, राजस्थान में एक भी पैसा लोगों का खर्च नहीं हुआ और सभी को फ्री इलाज दिया। निजी अस्पतालों में फ्री में सुविधाएं उपलब्ध कराई।
राहुल को बताया था, अगला स्टेप राइट टू हेल्थ
उन्होंने बताया कि भारत जोड़ो यात्रा के दौरान जब राहुल गांधी दौसा जिले से गुजर रहे थे। तब सिकंदरा में गहलोत सरकार की उपलब्धियों को लेकर एग्जीबिशन लगाया गया था। तब राहुल गांधी भी प्रदेश की चिरंजीवी योजना से काफी प्रभावित हुए थे। तब राहुल गांधी ने सीएम गहलोत से पूछा था कि आपका अगला कदम क्या होगा। जिस पर मुख्यमंत्री ने कहा था कि मेरा अगला स्टेप राइट टू हेल्थ होगा। मंत्री ने कहा कि हमने पहले देखा है कि पहले एमआरआई तो पैसे वालों की होती थी, लेकिन आज कोई भी जांच हो वो भी हम फ्री कर रहे है। इस साल 25 लाख रुपए तक का ईलाज फ्री देने की जो घोषणा की वो हर नागरिक का अधिकार है।
बीजेपी पर साधा निशाना
मंत्री मीणा ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि चार साल पहले जब राजस्थान में बीजेपी की सरकार थी तब स्वास्थ्य पर 3 प्रतिशत बजट खर्च किया जाता था, जिसे हमने बढ़ाकर 7 प्रतिशत कर दिया है। जब पीएम मोदी मानगढ़ धाम गए थे तब सीएम गहलोत ने पूरे देश में चिरंजीवी योजना की शुरूआत करने के लिए कहा था। लेकिन, प्रधानमंत्री ने कोई जवाब नहीं दिया था। हमने राहुल गांधी के कहने से चिरंजीवी योजना की सीमा 10 लाख से बढ़ाकर 25 लाख रुपए कर दी है। चिरंजीवी योजना में शामिल लोग किसी भी राज्य में जाकर अपना इलाज करा सकता है। अब राजस्थान में राइट टू हेल्थ बिल आ गया है। हम चाहते है पूरे देश में सभी को इलाज का अधिकार मिलना चाहिए।