कर्नाटक की घोषणा पर प्रदेश में रार : मंत्री बोले-बजरंग दल में अपराधी प्रवृति के लोगों को किया जाता है शामिल
जयपुर। कांग्रेस कर्नाटक चुनाव घोषणापत्र में बजरंग दल पर ‘प्रतिबंध’ लगाने का वादा किए जाने के बाद राजस्थान के नेताओं के बीच भी घमासान मच गया है। कैबिनेट मंत्री गोविन्दराम मेघवाल ने इस मामले में कहा कि मुझे इस बात का दुख होता है कि आरएसएस के लोग संविधान की धज्जियां उड़ा रहे हैं। बजरंग दल में ऐसे लोग शामिल हो रहे हैं जिनकी पृष्ठभूमि अपराधिक है। ऐसे लोगों को चुन-चुन कर बजरंग दल में शामिल किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी ने बजरंग बली का विरोध नहीं किया है, लेकिन देवताओं के नाम पर दल बनाकर आपराधिक कार्य करने वालों का विरोध करने का फैसला कर्नाटक में लिया है। वहीं खाद्य व नागरिक आपूर्ति मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कांग्रेस स्वयं बजरंग बली की भक्त है। वह सिर्फ धर्म के नाम पर टकराव पैदा करने वालों पर प्रतिबंध लगाती है।
अपने हनुमान चालीसा पढ़ने का दावा करते हुए मंत्री ने कहा कि मैं ही कांग्रेस हूं। मेरे जैसे लाखों-करोड़ों कार्यकर्ता कांग्रेस हैं। बजरंग बली पर कांग्रेस, भाजपा, सपा, बसपा कोई नेता प्रतिबंध नहीं लगा सकता। क्योंकि बजरंग बली के लिए कहा जाता है कि ‘चारों जुग प्रताप तुम्हारा’। भाजपा पर दंगा- फसाद कराने का आरोप लगाते हुए खाचरियावास ने कहा कि कांग्रेस बजरंग बली की जय हो का नारा लगाकर और ‘जय हनुमान ज्ञान गुण सागर’ कहते हुए भाजपा वालों से कह रही है कि हम बजरंग बली के भक्त हैं, लेकिन उनके नाम पर दंगा-फसाद नहीं करने देंगे।
कांग्रेस की विचारधारा हिन्दू विरोधी: जोशी
इधर भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी ने गहलोत सरकार के मंत्री गोविंदराम मेघवाल सहित कांग्रेस नेताओ की ओर से दिए जाने वाले इन बयानों पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस पार्टी की विचारधारा को सदैव से हिंदूविरोधी और मुस्लिम तुष्टिकरण की पोषक बताया। उन्होने कहा कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार ने शुरूआती समय से ही खुद के हिंदूविरोधी मानसिकता का परिचय दे दिया था। उन्होने पूर्व की घटनाओ का जिक्र करते हुए कहा कि कांग्रेस सरकार हमेशा भगवान राम और हिंदू आस्था की विरोधी रही है। उन्होंने कहा कि यह वही कांग्रेस नेता हैं जिन्होंने राम मंदिर निर्माण में अड़चनें पैदा की और रामसेतु को तोड़ने वाला बयान दिया था।
सांसद बालकनाथ ने भी कांग्रेस पर साधा निशाना
अलवर से भाजपा सांसद बाबा बालक नाथ ने इस मुद्दे पर कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि यह वही कांग्रेस है जिसने भगवान राम को नहीं माना और उनके लोग भगवान राम को काल्पनिक कहते हैं। कांग्रेस तो यह चाहती ही है कि भारत में सनातन धर्म से जुड़े देवी-देवताओं की पूजा बंद हो। आरोप लगाया कि पीएफआई का नाम तो लेना तो के वल भूमिका बनाने की बात है, लेकिन उसका असल उद्देश्य बजरंग दल और अंतत: हनुमान जी पर प्रतिबंध लगाना है।
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