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बाड़मेर में IAF का मिग-29 फाइटर प्लेन क्रैश, पायलट सुरक्षित, देखें हादसे का पूरा वीडियो

11:12 PM Sep 02, 2024 IST | Arjun Gaur
बाड़मेर में iaf का मिग 29 फाइटर प्लेन क्रैश  पायलट सुरक्षित  देखें हादसे का पूरा वीडियो

बाड़मेर: राजस्थान के बाड़मेर में उत्तरलाई एयरबेस के पास में फाइटर प्लेन क्रैश (Barmer Fighter Jet Crashed) हो गया। वायु सेना का फाइटर मंगला प्रोसेसिंग टर्मिनल एमपीटी रोड के पास आलानियो की ढाणी के पास क्रैश हो गया। सूचना मिलने पर पुलिस प्रशासन अलाअधिकारी मौके पर पहुंचे। पायलट ने क्रैश से पहले इजेक्ट (विमान से बाहर निकलना) कर लिया था।हादसे के बाद प्लेन की तस्वीरें सामने आई हैं, जिनमें प्लेन धू-धूकर जलते हुए देखा जा सकता है। यह हादसा बाड़मेर के कवास के पास हुआ है। वायु सेना का फाइटर मंगला प्रोसेसिंग टर्मिनल एमपीटी रोड के पास आलानियो की ढाणी के पास क्रैश हो गया। हादसे के बाद नागाणा थाना पुलिस मौके पर पहुंची है। हादसा सोमवार रात करीब 10 बजे हुआ। घटना की जानकारी मिलने के बाद बाड़मेर कलेक्टर निशांत जैन, एसपी नरेंद्र सिंह मीणा सहित जिले के प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे। वहीं हादसे के बाद इंडियन एयर फोर्स की ओर से एक ट्वीट्स  कर जानकारी देते हुए बताया कि मिग -29 दुर्घटनाग्रस्त, पायलट सुरक्षित वायुसेना ने हादसे की जांच के लिए कोर्ट ऑफ़ इन्क्वायरी के आदेश दिए

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मिग-29 फाइटर क्रैश (plane crash in Barmer)
राजस्थान के बाड़मेर में उतरलाई एयरबेस के पास फाइटर प्लेन हादसे का शिकार हो गया। हादसे के बाद प्लेन की तस्वीरें सामने आई हैं, जिनमें प्लेन धू-धूकर जलते हुए देखा जा सकता है। यह हादसा बाड़मेर के कवास के पास हुआ है। वायु सेना का फाइटर मंगला प्रोसेसिंग टर्मिनल एमपीटी रोड के पास आलानियो की ढाणी के पास क्रैश हो गया। हादसे के बाद नागाणा थाना पुलिस मौके पर पहुंची है।

वायुसेना का टोही विमान हुआ था क्रैश (MiG-29 Crash in Rajasthan)
गोरतलब है की करीब 4 महीने पहले जैसलमेर से 30 किमी दूर भारतीय वायुसेना का एक टोही विमान क्रैश हो गया था। 25 अप्रैल 2024 को सुबह करीब 10 बजे होटी विमान पिथला-जाजिया गांव के पास भोजाणियों की ढाणी के करीब गिरा था। हादसे में कोई नुकसान नहीं हुआ था। यह यूएवी एयरक्राफ्ट मानव रहित था और बॉर्डर एरिया पर हो रही गतिविधियों पर नजर रखने का काम करता था। यह बॉर्डर एरिया में लगातार घूमता और निगरानी करता था। इससे पहले भी ये क्राफ्ट तकनीकी खामी के चलते क्रैश हो चुके हैं।

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