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राजस्थान में बारिश और ओलावृष्टि की चेतावनी : जयपुर सहित 23 राज्यों में होगी बारिश, तापमान गिरा

Rajasthan Weather Update : मौसम ने अपना मिजाज बदला है। जयपुर सहित 23 जिलों में बारिश और ओलावृष्टि की चेतावनी जारी की गई है।
09:29 AM Apr 10, 2024 IST | BHUP SINGH

Rajasthan Weather Update : जयपुर। देश में भीषण गर्मी की शुरुआत के बीच मानसून को लेकर एक बड़ी खबर सामने आई हैं। निजी मौसम पूर्वानुमान एजेंसी स्काईमेट वेदर ने इस साल देश में जून से सितंबर तक सामान्य या औसत मानसून रहने की भविष्यवाणी की है। राजस्थान, महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश में पर्याप्त वर्षा होने की संभावना जताई है, जबकि बिहार और पश्चिम बंगाल में जुलाई और अगस्त में बारिश की कमी का सामना करना पड़ सकता है।

मौसम विभाग की मानें तो मानसूनी गतिविधियों में खलल डालने वाला अल नीनो प्रभाव अब तेजी से ला नीना में बदल रहा है। इसके चलते मानसून सर्कुलेशन में मजबूती आएगी। एजेंसी ने भारत के दक्षिण, पश्चिम और उत्तर-पश्चिमी क्षेत्रों में अच्छी बारिश की भविष्यवाणी की है।

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अल नीनो तेजी से बदल रहा ला नीना में

स्काईमेट के एमडी जतिन सिंह ने कहा कि अल नीनो तेजी से ला नीना में बदल रहा है। इससे ला नीना के दौरान मानसून सर्कुलेशन मजबूत हुआ है। इसके अलावा, सुपर अल नीनो से मजबूत ला नीना में परिवर्तन से ऐतिहासिक तौर पर अच्छी मानसूनी परिस्थितियां बनी हैं। हालांकि, मानसून सीजन अल नीनो के बाकी असर से कुछ जोखिमों के साथ शुरू हो सकता है। सीजन के दूसरे फे ज में शुरुआती फे ज की तुलना में मानसून तेजी से आगे बढ़ेगा।

प्रदेश में आज फिर बदलेगा मौसम का मिजाज, बारिश-ओलावृष्टि का अलर्ट

प्रदेश के मौसम में बुधवार से फिर बदलाव आएगा। मौसम विभाग केंद्र जयपुर के मुताबिक, नया वेदर सिस्टम से राजस्थान के दक्षिण-पूर्वी जिलों में मौसम बदल सकता है। इस सिस्टम का असर कोटा, उदयपुर, भरतपुर संभाग के जिलों में देखने को मिलेगा। बुधवार को प्रदेश के 30 से ज्यादा जिलों में बारिश-ओलावृष्टि का अलर्ट जारी किया है। इस सिस्टम का असर 12 अप्रैल तक रहेगा और इसका असर राजस्थान के 80 फीसदी हिस्से में देखने को मिलेगा।

इन राज्यों में होगी झमाझम बरसात

राजस्थान, मध्यप्रदेश, उत्तर प्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, उत्तराखंड, गोवा, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, कर्नाटक, के रल, तमिलनाडु , पुडुचेरी, दादर एवं नगर हवेली और दमन एवं दीव, लक्षद्वीप में बहुत अच्छी बारिश का अनुमान है।

हालांकि असम, अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, नागालैंड, त्रिपुरा और सिक्किम में जून और जुलाई के दौरान सामान्य से कम बारिश की संभावना हैं। इसके बाद सामान्य बारिश के आसार हैं। इसी तरह जुलाई और अगस्त में बिहार, झारखंड, ओडिशा और पश्चिम बंगाल में कम बारिश संभव है, जबकि इस अवधि के बाद सामान्य बारिश का अनुमान है।

किसानों के लिए खुशी लाया पूर्वानुमान

कृषि वैज्ञानिकों का कहना है कि इस साल अच्छी बारिश होने का अनुमान किसानों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है। क्योंकि पिछले साल अल-नीनो के चलते सामान्य से बहुत कम बारिश हुई थी। इसके चलते देश के कई हिस्सों में किसानों को सूखे का सामना करना पड़ा। मौसम विभाग को उम्मीद है कि चार महीने की अवधि के दौरान मानसूनी बारिश औसत 868.6 मिमी का 102 फीसदी होगी।

वैज्ञानिकों का कहना है कि यह पूर्वानुमान उन किसानों के लिए ज्यादा खुशी लेकर आया है, जो सिंचाई के लिए इस बारिश पर बहुत अधिक निर्भर हैं। देश में सिंचाई सुविधा का भी अभाव है। अभी भी चावल, मक्का, गन्ना, कपास और सोयाबीन जैसी फसलों की खेती करने वाले अधिकांश किसान सिंचाई के लिए मानसून की बारिश पर निर्भर रहते हैं। सामान्य मानसून रहने पर कृषि उत्पादकता में सुधार होगा। साथ ही समय पर सिंचाई होने से फसलों की पैदावार भी बढ़ेगी। इससे कृषि क्षेत्र में समग्र आर्थिक विकास हो सकता है।

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पश्चिमी राजस्थान में छाए हल्के बादल

प्रदेश में बुधवार को जैसलमेर, बाड़मेर के अलावा धौलपुर, भरतपुर, अलवर, झुंझुनूं के एरिया में हल्के बादल छाए रहने की संभावना है। मौसम के न्द्र जयपुर से जारी फोरकास्ट के मुताबिक टोंक, भीलवाड़ा, बूंदी, सवाई माधोपुर, चित्तौड़गढ़, बारां, झालावाड़ और कोटा में इस सिस्टम का असर रहेगा। इन जिलों में आसमान में बादल छा सकते हैं और देर शाम कहीं-कहीं आंधी चल सकती है।

इसी प्रकार 10 अप्रैल को जयपुर, भरतपुर, कोटा और अजमेर संभाग के सभी जिलों में बारिश की संभावना है। इस सिस्टम से जयपुर, दौसा, अलवर, सीकर, झुंझुनूं, भरतपुर, करौली, धौलपुर, सवाईमाधोपुर, कोटा, बूंदी, बारां, झालावाड़, अजमेर, टोंक, भीलवाड़ा, नागौर में बादल छाने और गरज-चमक के साथ कहीं-कहीं बारिश और ओलावृष्टि होने की संभावना है।

इन स्थानों पर ओले गिरने की आशंका

11 अप्रैल को ये सिस्टम और ज्यादा स्ट्रांग होगा। इस सिस्टम का असर जयपुर, अजमेर, कोटा, भरतपुर संभाग के साथ उदयपुर संभाग के भी जिलों में इफेक्ट होगा। उदयपुर संभाग के उदयपुर, चित्तौड़गढ़, राजसमंद, सिरोही, डूंगरपुर और बांसवाड़ा में भी बारिश और ओले गिरने की आशंका है। 12 अप्रैल को इस सिस्टम का असर जोधपुर और बीकानेर के संभाग में भी देखने को मिलेगा। इन दोनों संभाग के बीकानेर, गंगानगर, हनुमानगढ़, जैसलमेर, जोधपुर, नागौर, पाली के एरिया में तेज धूलभरी हवाएं चलने के साथ बादल छाने और ओले गिरने की आशंका है।

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