कोटा के बाद अब भरतपुर में मेडिकल स्टूडेंट ने फांसी पर लटक कर दी जान, डिप्रेशन निकली वजह
भरतपुर। जिले के मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल में एक मेडिकल स्टूडेंट ने आत्महत्या कर ली। छात्र का शव उसके कमरे में फांसी के फंदे से लटकता मिला। जानकारी में सामने आया है कि छात्र पढ़ाई को लेकर डिप्रेशन में था। जिसके चलते उसने यह कदम उठाया।
परीक्षा बीच में छोड़कर कमरे पर आया..लगा ली फांसी
मृतक छात्र का नाम सुरेंद्र था जो अलवर जिले के बानसूर कस्बे रहने वाला था। वह MBBS फाइनल ईयर का छात्र था। लेकिन डॉक्टर बनकर दूसरों की नब्ज टटोलने से पहले उसने खुद की धड़कनों को बंद कर लिया। तनाव के चलते मेडिकल छात्र ने हॉस्टल के कमरा नंबर 103 में फांसी का फंदा लगाकर अपनी जीवन लीला को समाप्त कर लिया। जानकारी मिली है कि छात्र सुरेंद्र की आज सुबह 9 बजे से न्यूरोलॉजी पीडीयाट्रक की परीक्षा थी, लेकिन वह परीक्षा को बीच में छोड़कर अपने कमरे पर आ गया और फांसी लगा ली।
सहपाठियों ने पहुंचाया अस्पताल
दोपहर लगभग 1:30 बजे जब सहपाठी छात्र परीक्षा देकर हॉस्टल पहुंचे तो उन्होंने सुरेंद्र के कमरे का दरवाजा खटखटाया और जब दरवाजा नहीं खुला तो छात्रों ने अंदर जाकर देखा तो सुरेंद्र फांसी के फंदे पर लटका हुआ दिखाई दिया। छात्रों ने छात्र को फंदे से नीचे उतारा और आरबीएम अस्पताल लेकर पहुंचे जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। बता दें कि छात्र के पिता सेवानिवृत्त अध्यापक है और जानकारी के मुताबिक सुरेंद्र इन दिनों डिप्रेशन में चल रहा था। सहपाठी की मौत के बाद मेडिकल स्टूडेंट्स की आंखे भी आंसुओं से भरी हुई नजर आई।
डिप्रेशन ही थी आत्महत्या की वजह
जानकारी मिली है कि छात्र सुरेंद्र कुमार के माता-पिता कुछ दिन पहले ही उससे मिल कर गए थे और उसका व्यवहार भी सामान्य ही लग रहा था। छात्र के डिप्रेशन का इलाज भी चल रही थी, हालांकि मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने इस बात की पुष्टि नहीं की है। सुरेंद्र का बड़ा भाई महेश बीटेक की पढ़ाई कर रहा है। प्रारंभिक तौर पर छात्र के डिप्रेशन में होने की जानकारी ही सामने आई है।
कोटा में आज ही 3 मेडिकल स्टूडेंट ने दी जान
बता दें कि आज ही कोटा में 3 छात्रों के आत्महत्या करने का मामला सामने आया था। मेडिकल की तैयारी कर रहे इन कोचिंग छात्रों के फंदा लगाकर खुदकुशी कर ली। इनमें से दो छात्रों ने अपने-अपने रूम में दोनों ने फंदा लगाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली है। दोनों छात्र बिहार के रहने वाले थे और राधा कृष्ण मंदिर के नजदीक तलवंडी इलाके में एक पीजी में रहते थे। इन दोनों छात्रों के रूम आमने-सामने थे। बताया जा रहा है कि एक छात्र एक नंबर रूम में रहता था, जबकि दूसरा दो नंबर रूम में रहता था। दोनों ने रूम में ही फंदा लगाया था।
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