Mars planet: क्या आप जानते हैं कि मंगल ग्रह पर है सौरमंडल का सबसे ऊंचा पर्वत ?
हम जिस पृथ्वी पर रहते हैं उसके ऊपर सौरमंडल है। जिसमें 8 ग्रह विद्यमान है, ये ग्रह बुध, शुक्र, पृथ्वी, मंगल, बृहस्पति, शनि, यूरेनस और नेप्च्यून हैं। इनमें से मंगल दूरी (Mars planet) के हिसाब से सर्य से चौथे स्थान पर है। इसे लाल ग्रह के नाम से भी जाना जाता है। क्योंकि इसके तल की आभा पूरी तरह लाल है। दरअसल इसकी सतह पर लौह आक्साइड पाया जाता है, यही कारण है कि इसका रंग लाल व नारंगी है।
सौरमंडल के आठों ग्रहों को स्थलीय और गैसीय में विभाजित किया गया है। पृथ्वी की तरह मंगल भी स्थलीय ग्रह है। यानी की ये ऐसे ग्रह हैं जहां मनुष्य जीवन संभव है। कई वैज्ञानिक खोजों में पता चला है कि मंगल पर भी पृथ्वी की तरह मिट्टी तथा निवास करने लायक स्थान है। यहां हवाएं भी चलती है। ऐसे में मानव यहां भी रह सकता है। मंगल ग्रह पर ज्वालामुखी घाटियां, रेगिस्तान और ध्रुवीय बर्फीली चोटियां भी पाई गई है।
मंगल के मुख्य बिंदु
– मगंल ग्रह पर पहला यान 28 नवंबर 1964 को भेजा गया था।
– सबसे पहले मेरिनर ४ यान को भेजा गया था।
– इस उड़ान के बाद पता चला कि इसकी सतह पर तरल अवस्था में जल नहीं है।
– मंगल के दो चन्द्रमा हैं जिनके नाम फो़बोस और डिमोज़ हैं।
– मंगल को पृथ्वी से देखा जा सकता है।
– इस ग्रह पर ऑक्सीजन और सिलिकॉन युक्त खनिज धातु पाए जाते हैं।
– इसकी सतह थोलेईटिक बेसाल्ट की बनी हुई है।
– मंगल की पर्पटी पर लोहा, मैग्नेशियम, एल्युमिनियम, कैल्सियम और पोटेशियम काफी मात्रा में पाए जाते हैं।
मंगल पर स्थित सबसे ऊंचा पर्वत
इस ग्रह पर सौरमंडल का सबसे ज्यादा ऊंचा पर्वत स्थित है। इसका नाम ओलम्पस मोन्स है। इसके अलावा विशालतम कैन्यन वैलेस मैरीनेरिस भी इसी ग्रह पर स्थित है। इसकी भौगोलिक (Mars planet) विशेषताएं कुछ-कुछ पृथ्वी की तरह ही है। इसका घूर्णन काल और मौसमी चक्र ठीक पृथ्वी के जैसे ही हैं। यहां वैज्ञानिकों ने हमेशा जीवन होने की संभावना जताई है।
मंगल ग्रह की 2 स्थायी ध्रुवीय बर्फ टोपियां है। जिनका नाम उत्तरी ध्रुव टोपी और दक्षिणी ध्रुव टोपी है। इस ग्रह पर लगभग चार अरब वर्ष पहले एक घटना हुई थी। जिसे मंगल का अर्धगोलार्ध विरोधाभास का कारण माना जाता है। इसमें प्लूटो आकार का पिंड मंगल पर गिर गया था।
आकार में पृथ्वी से आधा
मंगल ग्रह का आकार पृथ्वी के व्यास से लगभग आधा है। यह पृथ्वी से कम घना है तथा इसका आयतन पृथ्वी के आयतन से 15 प्रतिशत और द्रव्यमान 11 प्रतिशत है। इसका सतही क्षेत्रफल भी पृथ्वी से कम है। लेकिन यह बुध से बड़ा और अधिक भारी है।