'50 दिनों से जल रहा है मणिपुर'…राहुल का हमला- PM के लिए अहम नहीं है सर्वदलीय बैठक
Manipur violence : नई दिल्ली। पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर में लगातार हिंसा की आग में जल रहा है। इसी बीच केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने नई दिल्ली में 24 जून को सर्वदलीय बैठक बुलाई है। जिसमें हिंसा प्रभावित मणिपुर की स्थिति पर चर्चा की जाएगी। यह मीटिंग ऐसे समय हो रही है, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पांच दिवसीय अमेरिका और मिस्र के दौरे पर है। सर्वदलीय बैठक में पीएम मोदी के शामिल नहीं होने की स्थिति में कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोला है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि पीएम मोदी के लिए सर्वदलीय बैठक कोई मायने नहीं रखती है। यही वजह है कि वो विदेश में घूमने में व्यस्त है।
राहुल गांधी ने किया ये ट्वीट
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए गुरुवार को ट्वीट किया कि मणिपुर 50 दिनों से जल रहा है, मगर प्रधानमंत्री मौन रहे। केंद्र सरकार ने सर्वदलीय बैठक भी तब बुलाई है, जब प्रधानमंत्री खुद ही देश में नहीं हैं। इससे यह तो साफ है कि पीएम मोदी के लिए ये बैठक महत्वपूर्ण नहीं है।
सोनिया गांधी ने मणिपुरवासियों से की शांति की अपील
इधर, सीपीपी चेयरपर्सन सोनिया गांधी ने मणिपुर के लोगों से शांति की अपील की है। सोनिया गांधी ने कहा कि मुझे मणिपुर के लोगों से बहुत उम्मीदें हैं और उनके ऊपर बहुत विश्वास है । मैं जानती हूं कि हम सभी मिलकर यह परीक्षा की घड़ी भी पार कर लेंगे। उन्होंने कहा कि मैं मणिपुर के लोगों, विशेष रूप से अपनी बहादुर बहनों से यह अपील करती हूं कि वे इस खूबसूरत धरती पर शांति और सद्भाव की राह का नेतृत्व करें।
अमित शाह ने बुलाई सर्वदलीय मीटिंग
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने बुधवार शाम दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी। इसके बाद मोदी सरकार ने सर्वदलीय बैठक बुलाने का फैसला किया। गृह मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने 24 जून को अपराह्न तीन बजे नई दिल्ली में सर्वदलीय बैठक बुलाई है। जिसमें मणिपुर की स्थिति पर चर्चा की जाएगी।
50 दिन से हिंसा की आग में जल रहा मणिपुर
दरअसल मणिपुर में मेइती और कुकी समुदायों के बीच हिंसा की शुरुआत 3 मई को हुई थी। मेइती समुदाय ने एसटी का दर्जा देने की मांग के विरोध में मार्च निकाला, तभी मणिपुर में हिसंक झड़पे शुरू हुई थी। तब से अब तक 50 दिन पूरे हो चुके है। लेकिन, मणिपुर अभी भी हिंसा की आग में जल रहा है। यहां चल रही हिंसा में अब तक 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। हिंसा के चलते हजारों लोग अपने घरों से बेघर हो गए है और राहत कैंपों में रहने को मजबूर है। बुधवार को भी बिष्णुपुर जिले के क्वाक्टा में पुलिया के पास खड़ी गाड़ी में ब्लास्ट होने से तीन लोग घायल हो गए थे। जिनमें से एक की हालत गंभीर बनी हुई है।
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