Makar Sankranti: पतंगबाजों को मिलेगा हवा का साथ, मल मास के कारण बंद मांगलिक कार्यों की होगी शुरुआत
मकर संक्रान्ति का पर्व इस बार दो दिन तक मनेगा। शनिवार को पतंगबाजी होगी और मकर संक्रान्ति का पुण्यकाल रविवार को रहेगा। मकर संक्रान्ति पर्व के मौके पर राजधानी में दो दिन तक पतंगबाजी परवान पर रहेगी। समूची गुलाबी नगरी छतों पर नजर आएगी। लोग तेल के व्यंजनों और पकौड़ियों का लुत्फ लेंगे। पतंगबाजी में हवा का साथ मिलेगा, जिससे पतंगें आसानी से ऊंचाइयाें पर पहुंचेंगी। ज्योतिषाचार्य डॉ. योगेश शर्मा ने बताया कि ग्रहों के राजा सूर्य शनिवार रात 8.45 बजे मकर राशि में प्रवेश करेंगे।
सूर्यास्त के बाद सूर्य मकर राशि में प्रवेश करने पर मकर संक्रान्ति का पुण्यकाल अगले दिन मान्य होता है। ऐसे में रविवार को सूर्योदय से लेकर दोपहर 12.45 मिनट तक दानपुण्य होगा। मकर संक्रान्ति पर मकर राशि में सूर्य, शुक्र और शनि की युक्ति एक साथ रहेगी। 15 जनवरी से ही मांगलिक कार्यों की शुरुआत फिर से हो जाएगी और शहनाइयां सुनाई देंगी। मकर संक्रान्ति से पहले शनिवार को जयपुर सहित प्रदेश भर में लोहड़ी पर्व धूमधाम से मनाया गया।
अगले दो दिन मौसम रहेगा साफ
मकर संक्रान्ति पर शनिवार को जयपुर में आसमान साफ रहेगा तथा अधिकतम तापमान 19 डिग्री व न्यूनतम तापमान 8 डिग्री सेल्सियस के आसपास दर्ज होने की प्रबल संभावना है। मौसम कें द्र के अनुसार राजधानी में हवा उत्तर-पश्चिम दिशा की ओर से चलने तथा हवा की गति सामान्य रहने की संभावना है। इस दौरान औसत हवा की गति 4 से 8 किलोमीटर प्रति घंटा तक दर्ज होने के आसार हैं। हवा की गति सामान्य रहने से दिन में ठंड का एहसास ज्यादा रहेगा। वहीं रविवार को तापमान में आंशिक गिरावट देखी जा सकती है। मौसम केंद्र ने रविवार को जयपुर में शीतलहर की चेतावनी दी है।
कोरोना के बाद अब जमेगा काइट फेस्टिवल
पर्यटन विभाग द्वारा मकर संक्रान्ति पर जयपुर में काइट फेस्टिवल की धूम रहेगी। यहां 14 से 16 जनवरी को जलमहल की पाल पर काइट फेस्टिवल मनाया जाएगा। देश और विदेशों से लोग इस फेस्टिवल में उमड़ेंगे। पतंगबाजी के साथ ही यहां राजस्थान की झलक देखने को मिलेगी एवं कठपुतली डांस, चरी नृत्य और कालबेलिया डांस समेत कई कार्यक्रम देखने को मिलेंगे।
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