बेदाग छवि, 37 साल का अनुभव…कौन है मेजर जनरल आलोक राज, जिनको मिली चयन बोर्ड की कमान
Major General Alok Raj : जयपुर। भारतीय सेना के रिटायर्ड मेजर जनरल आलोक राज अब राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड के नए अध्यक्ष होंगे। गहलोत सरकार ने देर रात आलोक राज की नियुक्ति के आदेश जारी किए है। जॉइनिंग के साथ ही आलोक राज का कार्यकाल 3 साल तक का रहेगा। बता दें कि पिछले महीने 23 जुलाई को हरिप्रसाद शर्मा ने कर्मचारी चयन बोर्ड का अध्यक्ष पद छोड़ा था। इसके बाद अब आलोक राज को राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड की जिम्मेदारी दी गई है। ऐसे में माना जा रहा है कि अब लंबित भर्ती परीक्षाओं का रिजल्ट आने के साथ ही नई भर्ती परीक्षाओं की विज्ञप्ति जल्द जारी हो सकती है।
खास बात ये है कि सरकार ने पहली बार किसी आईएएस और आईपीएस अधिकारी की जगह सेना बैकग्राउंड के व्यक्ति को बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है। सेना से जुड़े शख्स को आरएसएसएसबी का नया चेयरमैन बनाकर सरकार ने एक मैसेज भी दिया है। सरकार ने पूरे अनुशासन के साथ कैलेंडर का पालन करते हुए भर्ती कराने की जताई प्रतिबद्धता थी। लेकिन, डेढ़ माह के कम समय में जल्द से जल्द भर्ती कराना चुनौती होगी। ऐसे में अब देखना है कि भारतीय सेना में मेजर जनरल रहे आलोक राज इस पर कितना खरा उतरते है।
बता दे कि आलोक राज भारतीय सेना में 37 वर्ष से अधिक समय तक सेवाएं दे चुके हैं। वह जून, 1983 में सिख लाइट इन्फैंट्री की पहली बटालियन में कमीशन बने थे। इसके साथ ही उन्होंने UN सैन्य पर्यवेक्षक के रूप में अंगोला में विदेशी मिशन के साथ भी काम किया है।
उपेन यादव ने मुख्यमंत्री अशोक से कहा-थैंक्स
कर्मचारी चयन बोर्ड के नए अध्यक्ष की नियुक्ति से प्रदेशभर के युवाओं में खासा उत्साह है। वहीं, राजस्थान बेरोजगार एकीकृत महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष उपेन यादव ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का आभार जताया है। उपेन यादव ने ट्वीट किया कि त्याग और संघर्ष के बाद देर रात रिटायर्ड मेजर जनरल आलोक राज को कर्मचारी चयन बोर्ड अध्यक्ष नियुक्त किया गया है lउम्मीद है कि इमानदारी से पारदर्शिता के साथ सभी भर्तियों को तेज गति के साथ संपन्न करवाने में अहम भूमिका नए अध्यक्ष महोदय जी निभाएंगेl युवा बेरोजगारों की पीड़ा समझ कर देर रात नए अध्यक्ष की घोषणा करने के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का बहुत-बहुत आभार एवं धन्यवाद।
नए अध्यक्ष के सामने समय पर भर्ती परीक्षाएं कराना बड़ी चुनौती
बता दें कि चुनावी साल में गहलोत सरकार युवाओं को नाराज नहीं करना चाहती थी। इसके लिए सेना से जुड़े शख्स को ये जिम्मेदारी सौंपी गई है, ताकि प्रस्तावित समय पर भर्तियों की प्रक्रिया को पूरा किया जा सके। क्योंकि, सेना में अनुशासन का ध्यान रखा जाता है। ऐसे में सितंबर-अक्टूबर में प्रस्तावित 8 भर्ती परीक्षाएं कराना नए अध्यक्ष के लिए बड़ी चुनौती होगी।
सितंबर-अक्टूबर में प्रस्तावित हैं ये 8 भर्ती परीक्षाएं
बता दें कि सितंबर-अक्टूबर में सूचना सहायक भर्ती-9 सितंबर, कनिष्ठ लेखाकार और तहसील राजस्व लेखाकार भर्ती-17 सितंबर, संविदा महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता भर्ती-24 सितंबर (पहली पारी), संविदा नर्सेज भर्ती-24 सितंबर (दूसरी पारी), संगणक भर्ती-14 अक्टूबर (पहली पारी), पर्यवेक्षक भर्ती-14 अक्टूबर (दूसरी पारी), कृषि पर्यवेक्षक भर्ती-21 अक्टूबर (पहली पारी) और सुपरवाइजर भर्ती - 21 अक्टूबर (दूसरी पारी) की भर्ती परीक्षाएं प्रस्तावित है।
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