कई वस्तुओं के निर्माण में काम आती है चुंबक, जानें इसके उपयोग
संसार में पाई जानी वाली कई वस्तुओं में चुंबकीय गुण होते हैं। चुम्बक एक ऐसा पदार्थ है, जो चुम्बकीय क्षेत्र उत्पन्न करता है। चुम्बकीय क्षेत्र दिखाई नहीं देता, यह अदृश्य होता है। चुंबक का प्रमुख गुण आस-पास के चुम्बकीय पदार्थों को अपनी ओर खींचने, दूसरे चुम्बकों को आकर्षित या प्रतिकर्षित करना है। कई बार किसी को आकर्षित करने वाली वस्तु के लिए हम चुंबक की उपमा देकर भी दर्शाते हैं।
ब्रह्मांड में पाए जाने वाले प्रत्येक अणुओं का अपना अलग चुम्बकीय क्षेत्र होता है। लेकिन चुम्बक के अणु थोड़े अलग होते हैं। ये खास तरह की संरचना का निर्माण करते हैं। चुंबक को अंग्रेजी में मैग्नेट कहा जाता है। चुंबक का उपयोग कई वस्तुएं बनाने में किया जाता है। इनमें लाउडस्पीकर एवं माइक्रोफोन, टीवी, कम्प्यूटर शामिल है।
कई प्रकार के होते हें चुंबक
चुंबक कई प्रकार के होते हैं। ये प्राकृतिक व कृत्रिम दोनो रूपों में पाए जाते हैं। लेकिन अधिकांश चुम्बक बनाकर तैयार किए जाते हैं। कृत्रिम रूप से बनाए गए चुम्बक स्थायी तथा अस्थायी दो प्रकार के होते हैं। स्थायी चुंबक के द्वारा उत्पन्न चुम्बकीय क्षेत्र बिना किसी वाह्य विद्युत धारा के प्राप्त हो जाता है। ये चुंबक कठोर चुम्बकीय पदार्थ से बनाये जाते हैं। जबकि अस्थायी चुम्बक चुम्बकीय क्षेत्र उसी समय उत्पन्न करते हैं, जब इनके प्रयुक्त तारों से होकर विद्युत धारा प्रवाहित की जाती है।
धारा के समाप्त होते ही इनका चुम्बकीय क्षेत्र शून्य के बराबर हो जाता है। इसलिए इन्हेंविद्युतचुम्बक भी कहा जाता हैं। अस्थायी चुंबक में नरम चुम्बकीय पदार्थ का उपयोग किया जाता है। इसके चारों तरफ तार की कुण्डली लपेटी जाती है, जिसमें धारा प्रवाहित करने से चुम्बकीय क्षेत्र उत्पन्न होता है। ये द्विध्रुव चुम्बक कणों को मोड़ने और चतुर्ध्रुवी चुम्बक की बीम को फोकस करने के काम आते हैं।
चुंबकों के उपयोग
हमारे आस-पास मौजूद कई वस्तुओ में चुंबक का उपयोग किया जाता है। ये वस्तुएं कई प्रकार की होती हैं। कम्प्यूटर की हार्ड डिस्क बनाने के लिए भी चुंबक का उपयोग किया जाता है। हार्डडिस्क पर पतली चुम्बकीय परत चढ़ाई जाती है। इससे आंकड़े संरक्षित किये जाते हैं। भारी खनिजों के लिये चुम्बकीय हस्त छन्नी का उपयोग किया जाता है। इसके अलावा कण त्वरक में आवेश पुंज को फोकस करने के लिए, फ्लॉपी डिस्क तथा ऑडियो टेप बनाने में चुंबक का इस्तेमाल किया जाता है। क्रेडिट व डेबिट कार्ड, एटीएम कार्ड जैसे कई उपकरणों में एक चुम्बकीय पट्टी लगाई जाती है। इस पट्टी पर गुप्त व महत्वपूर्ण आंकड़े तथा सूचनाएं छिपी होती हैं।
ध्रुवों की संख्या के आधार पर
ध्रुवों की संख्या के आधार पर भी चुम्बक अलग-अलग प्रकार के होते हैं। इसके आधार पर द्विध्रुवी चुम्बक, चतुर्ध्रुवी चुम्बक तथा षट्ध्रुवी चुम्बक होते हैं। अगर विद्युतचुम्बक का निर्माण अतिचालक तारों द्वारा किया जाता है, तो इस प्रकार के चुम्बक को ‘अतिचालक चुम्बक’ कहा जाता है।