इंस्टाग्राम से चुराए खूबसूरत लड़कियों के फोटो, फिर कॉल-गर्ल सेवाओं का लालच देकर 800 लोगों से लूटे करोड़ों रुपए
उदयपुर। राजसथान के उदयपुर में कॉल गर्ल बुक करने वाले ऐप से करोड़ों की ठगी का मामला सामने आया है। पुलिस ने गैंग का खुलासा करते हुए पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। गैंग के मास्टरमाइंड ने ऐप बनाकर खूबसूरत लड़कियों के प्रोफाइल लगाकर लोगों को ऑनलाइन कॉल गर्ल बुक करने का झांसा देता था। जैसे ही कोई इनसे संपर्क करता, उसे सुनसान इलाके में लड़की डिलीवर करने के बहाने बुलाते, वहां हथियार दिखाकर उसे लूट लेते थे।
बदमाशों ने फर्जी कॉल गर्ल ऐप बनाकर आरोपी 10-20 नहीं बल्कि 800 से अधिक लोगों को अपनी जाल में फंसा लिए। इस मामले में सबसे हैरान करने वाली बात ये है कि लूट के शिकार एक भी पीड़ित ने बदनामी के डर से पुलिस थाने में रिपोर्ट दर्ज नहीं करवाई। पुलिस बोगस ग्राहकर बनकर गई और कॉल गर्ल के जरिए ठगी करने वाले मास्टरमाइंड और उसकी गैंग तक पहुंची। इसके बाद पूरी घटना का खुलासा हुआ।
पुलिस की पूछतताछ में बदमाशों ने बताया कि उनकी गैंग पिछले छह महीनों से एक्टिव थी। इस गिरोह का मास्टरमाइंड जयपुर से ही पूरी गैंग को ऑपरेट कर रहा था। इस दौरान गैंग के लोगों ने करोड़ों रुपए की कमाई की। पुलिस ने इस गैंग के सरगना को गिरफ्तार कर लिया है। लोगों को लूटने का तरीका जानकर आप भी हैरान हो जाएंगे।
इंस्टाग्राम से चुराते थे लड़कियों की फोटो…
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, गैंग के लोगों ने एक फर्जी कॉल गर्ल ऐप बना रखा था। इस ऐप में बदमाशों ने कई लड़कियों की प्रोफाइल बनाए थे। प्रोफाइल में एक ही लड़की की कई फोटो पोस्ट करते थे जिससे की यूजर को यह यकीन हो सके कि प्रोफाइल फेक नहीं है। इसके लिए गैंग के लोग इंस्टाग्राम से लड़कियों की फोटो चुराते थे।
बता दें कि इंस्टाग्राम पर जिन लोगों की प्रोफाइल प्राइवेट नहीं होती है उनकी तस्वीरों को डाउनलोड किया जा सकता है। गैंग के लोग ऐसी लड़कियों को टारगेट करते थे जिनकी प्रोफाइल पब्लिक हो और फिर उनकी कई फोटो को चुरा कर वो कॉल गर्ल बुकिंग वाले ऐप में पोस्ट कर देते थे।
कॉल गर्ल की बुकिंग के बहाने करते थे साजिश…
कॉल गर्ल की बुकिंग करने लिए ऐप के अलावा आरोपियों ने और भी कई तरीके अपनाए थे। वो लोगों को वाट्सऐप पर फर्जी कॉल गर्ल की तस्वीरें भेजते थे। कस्टमर को जाल में फंसाने के लिए गैंग के लोग उससे लड़की बनकर चैटिंग करते थे। कस्टमर के साथ जब रेट तय हो जाता था तब वो उससे मिलने के लिए एक सुनसान जगह बुलाते थे। गैंग के कई लोग एक लड़की के साथ उस जगह पर पहुंचते थे। और वहां कस्टमर से पैसे ले लेते थे। इसके बाद जब कस्टमर लड़की के साथ जाने को कहता था तो उसे बंदूक दिखा कर वहां से भगा देते थे।
पुलिस ने बदमाशों को ऐसे पकड़ा….
उदयपुर के प्रतापनगर थानाधिकारी हिमांशु सिंह राजावत ने बताया कि 7 अगस्त को मुखबिर से सूचना मिली कि शहर में ऐसी गैंग एक्टिव है जो लोगों को खूबसूरत लड़कियों की तस्वीरें व्हॉट्सऐप पर भेजती है। कॉल गर्ल बुक करने के झांसे में लेकर लोगों को सुनसान जगह बुलाकर लूटती है। सूचना पर एक पुलिस अधिकारी ने बोगस ग्राहक बनकर इन नंबरों पर संपर्क किया। सारी जानकारी पुख्ता कर लेने के बाद मास्टरमाइंड की गैंग के एक बदमाश ने बताया कि आपको सुखानाका रोड पर काले रंग की थार गाड़ी के पास आना है।
उनके बताए अनुसार, पुलिस का जवान उसकी कार के पास पहुंचा तो थार सवार बदमाश उसे पीछे खड़ी स्विफ्ट में ले गया। उसे अंदर बैठने को कहा-अंदर कोई युवती नहीं थी तो बोगस ग्राहक बनकर गए पुलिसकर्मी ने इसका विरोध किया। इतने में बदमाशों ने मारपीट करते हुए बोगस ग्राहक बने पुलिस जवान को पकड़ लिया और 5000 रुपए मांगने शुरू कर दिए। नहीं देने पर छीना-झपटी के साथ ही पुलिस जवान को बैठाकर ले जाने लगे। इसी दौरान पुलिस टीम के अन्य साथियों ने बदमाशों को घेर लिया।
पांच करोड़ से ज्यादा की ठगी…
पुलिस ने पांच आरोपी प्रीतम सिंह, मनीष चौधरी, अशोक सेन, सुबराती खान और दीपक मीणा को पहले ही गिरफ्तार कर लिया था। आरोपियों की पूछताछ में बताया कि इन सभी घटनाओं का मास्टमाइंड जयपुर का राकेश मीणा है। करीब दो महीने बाद उदयपुर पुलिस ने जाल बिछाकर 18 अक्टूबर को मौजमाबाद, दूदू हाल चित्रकूट जयपुर निवासी राकेश कुमार मीणा को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस की पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि इस गैंग ने 800 से अधिक लोगों को अपना जाल में फंसा कर पांच करोड़ रुपए से अधिक की ठगी की है। पुलिस ने सभी बदमाशों को गिरफ्तार कर मामले की जांच शुरू कर दी है।