होमइंडिया
राज्य | राजस्थानमध्यप्रदेशदिल्लीउत्तराखंडउत्तरप्रदेश
मनोरंजनटेक्नोलॉजीस्पोर्ट्स
बिज़नेस | पर्सनल फाइनेंसक्रिप्टोकरेंसीबिज़नेस आईडियाशेयर मार्केट
लाइफस्टाइलहेल्थकरियरवायरलधर्मदुनियाshorts

अनोखा चमत्कार : जयपुर के तारकेश्वर शिवालय में गणेशजी की मूर्ति पीने लगी दूध!

राजधानी जयपुर में शनिवार को सावन में एक अनोखा चमत्कार देखने को मिला है। दरअसल, दुर्गापूरा के अर्जुन नगर स्थित तारकेश्वर शिवालय स्थित गणेशजी की संगमरमर की मूर्ति दूध पीने लगी।
01:57 PM Jul 23, 2023 IST | BHUP SINGH

जयपुर। राजधानी जयपुर में शनिवार को सावन में एक अनोखा चमत्कार देखने को मिला है। दरअसल, दुर्गापूरा के अर्जुन नगर स्थित तारकेश्वर शिवालय स्थित गणेशजी की संगमरमर की मूर्ति दूध पीने लगी। यह खबर देखते ही देखते पूरे शहर में जंगल में आग की तरह फैल गई। शनिवार रात के बाद रविवार सुबह शहर में कौतूहल मचा रहा। संगमरमर की बनी मूर्ति के दूध पीने की सूचना पाकर लोग इकट्‌ठे होने लगे।

यह खबर भी पढ़ें:-सावन के दूसरे सोमवार को बने कई अनूठे संयोग, ऐसा करने से सभी कष्टों से मिलेगी मुक्ति

गणेशजी की मूर्ति ने पिया दूध

शनिवार आधी रात तारकेश्वर शिवालय में गणेशजी की मूर्ति के दूध पीने के चलते मंदिर में श्रद्धालुओं की कतारें लगी रही। जिसे देखो वो चम्मच से गणेशजी को दूध पिलाने में लगा था। आसपास के हिस्सो में गणेशजी की मूर्ति के दूध पीने की घटना आग की तरह फैल गई, जिसके बाद रविवार तड़के भी कई भक्त गणेशजी की संगमरमर की मूर्ति को दूध पिलाने पहुंचे।

20 साल पहले भी हुआ था ऐसा चमत्कार

आपको बता दें कि गुलाबी नगरी जयपुर में 20 साल पहले भी इसी तरह का चमत्कार हुआ था। उस समय भी इसी तरह गणेशजी के दूध पीने की खबरें सामने आई थीं। देशभर के मंदिरों में गणेशजी को दूध पिलाने के लिए लोगों की भीड़ लग गई थी। लोग गिलास में दूध लेकर देर रात तक अपनी बारी आने का इंतजार करते देखे गए थे।

यह खबर भी पढ़ें:-सूर्य का राशि परिवर्तन, इन 4 राशियों की जाग जाएगी सोई हुई किस्मत

वैज्ञापिक भी नहीं निकाल पाए तोड़

जैसे ही गणेशजी के दूध पीने की खबरें 20 साल पहले फैली थी, वैज्ञानिकों ने तुरंत यह कह कर रिएक्ट किया था कि यह नेचुरल साइंस है, लेकिन वे यह नहीं बता पाए कि ऐसा नेचुरल करिश्मा पहले कभी क्यों नहीं हुआ और केवल 24 घंटे तक ही क्यों चला? हालांकि, कुछ समय बाद वैज्ञानिकों ने महसूस किया है कि यह चमत्कार विज्ञान के दायरे से बाहर है।

Next Article