करौली-धौलपुर सीट का बदलेगा समीकरण…कांग्रेस को बड़ा झटका, MLA शोभारानी कुशवाह थामेंगी 'कमल'
Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव की तारीख जैसे-जैसे करीब आ रही है, राजस्थान में सियासत गरमाती जा रही है। एक तरफ दोनों पार्टियों के दिग्गज स्टार प्रचारक ताबड़तोड़ प्रत्याशियों के लिए जनसमर्थन जुटाने के लिए दौरे पर दौरे कर रहे हैं। वहीं अभी तक दल बदलने का सिलसिला थमा नहीं है। आज राजस्थान में कांग्रेस की विधायक शोभारानी कुशवाह अपनी ही पार्टी को 440 का वोल्ट का झटका देने वाली हैं। जी हां, कांग्रेस विधायक शोभारानी अपने पूरे परिवार के साथ चुनाव के ऐन वक्त पहले भाजपा जॉइन करने जा रही हैं।
गहलोत सरकार की संकटमोचक रहीं कुशवाह
साल 2018 में भाजपा से विधायक रही शुभारानी 2020 में गहलोत सरकार के लिए संकटमोचक रही थी। राजस्थान में जब कांग्रेस की सरकार दो खेमों में बट गई तो शोभारानी ने गहलोत का साथ दिया था। वहीं, राज्यसभा चुनाव में प्रमोद तिवारी के पक्ष में क्रॉस वोटिंग करने वाली शोभारानी अब लोकसभा चुनाव से ऐन वक्त पहले कांग्रेस को 440 वोल्ट का झटका देने जा रही हैं। शोभारानी पिछले चुनाव में कांग्रेस जीतकर विधायक बनी थी, लेकिन आज वे एक बार फिर से कांग्रेस से भाजपाई हो जाएंगी।
यह खबर भी पढ़ें:-प्रधानमंत्री मोदी ने दस साल झूठ व जुमलों से शासन चलाया: डोटासरा
शोभारानी के पूरे परिवार के बीजेपी में शामिल होने से कांग्रेस को बड़ा झटका लगेगा तो भाजपा पहले से मजबूत होगी। भाजपा जिला कार्यालय पर शाम 4 बजे राजस्थान सरकार के कैबिनेट मंत्री अविनाश गहलोत व लोकसभा प्रभारी विनय सहस्त्रबुद्धे के नेतृत्व में बीजेपी ज्वाइन करेंगी. बीजेपी के कार्यकर्ताओं में भारी उत्साह देखा जा रहा है.
दल बदलने की पुरानी रही राजनीति
विधायक शोभारानी कुशवाह के परिवार की दल बदलने की पुरानी परंपरा रही है। साल 2013 में शोभारानी ने राजनीति में कदम रखा था। शोभारानी के पति बीएल कुशवाह ने बहुजन समाज पार्टी से चुनाव जीता, लेकिन इसके बाद हत्या के षड़यंत्र में फंस गए। साल 2017 के उपचुनाव में बसपा का दामन छोड़ शोभारानी ने बीजेपी का चोला ओढ़ा और विधायक बन गईं। 2018 में शोभारानी फिर बीजेपी से विधायक बनीं, लेकिन इस दौरान गहलोत सरकार उनकी नजदीकी बढ़ी।
उपचुनाव में बसपा को छोड़कर भाजपा का दामन थामा
वर्ष 2017 के उपचुनाव में शोभारानी कुशवाहा ने बहुजन समाज पार्टी को छोड़ कर भाजपा का दामन थाम लिया और विधायक बन गई. इसके बाद वर्ष 2018 के चुनाव में शोभारानी फिर से भाजपा के सिंबल से विधायक चुन ली गई, लेकिन गहलोत सरकार से नजदीकिया बढ़ी और इस दौरान शोभारानी ने राज्यसभा चुनाव में भाजपा को क्रॉस वोट कर कांग्रेस के प्रमोद तिवारी को वोट दिया था। इस दौरान भाजपा ने शोभारानी को पार्टी से निष्कासित कर दिया। 2023 में कुशवाह रानी कांग्रेस से विधायक बनी, लेकिन कार्यकाल भी खत्म नहीं हुआ कि आज फिर से भाजपा का कमल थामने जा रही हैं।
बड़े बेड़े के साथ भाजपा से जुड़ेगी कुशवाह
रविवार शाम को कुशवाह का परिवार करीब अपने डेढ़ हजार समर्थकों के साथ भाजपा का दामन थामने जा रहा है। विधायक शोभारानी कुशवाह के चाचा ससुर कन्हैया लाल कुशवाहा एवं देवर उपेंद्र कुशवाहा और सैकड़ों की तादाद में समर्थन एवं कार्यकर्ताओं के साथ भाजपा पार्टी का दामन थामेंगी। बीजेपी के जिला कार्यालय पर कैबिनेट मंत्री अविनाश गहलोत एवं लोकसभा प्रभारी विनय सहस्त्रबुद्धे के नेतृत्व में बीजेपी की सदस्यता दिलाई जाएगी।
यह खबर भी पढ़ें:-भरतपुर में आज विपक्षियों पर गरजेंगे CM योगी, रामस्वरूप कोली के लिए जुटाएंगे जनसमर्थन
करौली-धौलपुर संसदीय सीट पर पलटे का रुख
कांग्रेस की विधायक शोभारानी कुशवाह और उनके परिजनों के भाजपा में शामिल होने से करौली धौलपुर संसदीय सीट का शियाशी गणित पूरी तरह बदल जाएगा। विधायक शोभारानी का परिवार कुशवाहा एवं माली समाज का भरतपुर संभाग में खासा दखल रखता है।