Congress President : अगर अशोक गहलोत नहीं बने अध्यक्ष तो कौन होगा कांग्रेस का चेहरा, ये नाम हैं रेस में..
Congress President : बीते सोमवार सोनिया गांधी के आवास पर जयपुर में पर्यवेक्षक बनकर आए अजय माकन और मल्लिकार्जुन खड़गे की बैठक हुई थी जिसमें अजय माकन ने अशोक गहलोत के सामने उनके विधायकों के अनुशासनहीन रवैए का पूरा ब्यौरा सोनिया गांधी को दिया। जिस पर सोनिया गांधी ने उन्हें लिखित में अपनी रिपोर्ट देने को कहा। वहीं अंदरखाने से यह भी खबरें आई कि सोनिया गांधी अशोक गहलोत के विधायकों के इस रवैए से खासी नाराज हुई हैं। साथ ही इस पूरे घटनाक्रम में गहलोत की चुप्पी से वे भी हैरान हुई हैं।
खबरों के मुताबिक अब संभावना जताई जा रही है कि अशोक गहलोत अब मुश्किल ही अध्यक्ष पद (Congress President) का चुनाव लड़ेंगे। क्यों कि कांग्रेस ये बिल्कुल नहीं चाहेगी कि सिर्फ एक अध्यक्ष पद के चलते वो देश के सबसे बड़े राज्य की कमान खो दे। इसलिए अब कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष के लिए कई बड़े नाम सामने आ रहे हैं।
ये नाम अध्यक्ष पद की रेस में शामिल
कांग्रेस के अध्यक्ष पद की रेस में कमलनाथ, शशि थरूर, दिग्विजय सिंह, कांग्रेस संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल, मल्लिकार्जुन खड़गे, मुकुल वासनिक का नाम आगे आ रहा है। आपको यह भी बता दें कि कल कांग्रेस की हुई बैठक में ये सभी लोग सोनिया गांधी के समक्ष मौजूद थे। जिससे इन्हीं लोगों में से अध्यक्ष पद दावेदार चुने जाने की अटकलें लगाई जा रहीं हैं।
कमलनाथ और शशि थरूर का नाम सबसे आगे
मध्य़ प्रदेश के पूर्व मुख्यंमत्री और कांग्रेस से दिग्गज नेता कमलनाथ का नाम अध्यक्ष पद के लिए सबूसे आधे लिया जा रहाहै। इसका मुख्य कारण है कि कमलनाथ अशोक गहलतो की तरह ही कांग्रेस में सबसे ज्यादा अनुभवी नेता हैं। वे मध्य प्रदेश जैसे राज्य के मुख्यमंत्री पद को भी संभाल चुके हं। कांग्रेस के लगभग सभी नेताओं से उनके अच्छे संबंध हैं और सबसे बड़ी बात वे कांग्रेस के कई बड़े मसलों को भी पूर्व में सुलझा चुके हैं। इसलिए अध्यक्ष पद के लिए कांग्रेस उनके नाम पर विचार कर सकती है।
दूसरी तरफ शशि थरूर शुरुआत से ही अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ने का संकेत दे रहे हैं। जिसे देखते हुए ऐसा माना जा रहा है कि वे कांग्रेस के अध्यक्ष पद के उम्मीदवार हो सकते हैं। हालांकि उन्हें कितना समर्थन मिलता है इस पर उन्होंने खुद हाल ही में कहा कि जब मैं नामांकन पत्र भरूंगा तब दिखेगा मेरे पास कितना समर्थन हैं।
कमलनाथ ने चुनाव लड़ने से किया था इनकार
हालांकि कमलनाथ ने कल बैठक के बाद अध्यक्ष पद नहीं लड़ने की बात कही थी। उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा थआ कि वे बस सोनिया गांधी से मिलने आए हैं। और यहां दिल्ली में माता के मंदिर में दर्शन करने आए हैं। उन्होंने अध्यक्ष पद की कोई चर्चा होने सेभी इनकार किया है।
लेकिन जिस तरह से जयपुर से दिल्ली तक गतिविधियां हो रही हैं उससे तो यही पता चल रहा है कि अध्यक्ष पद धुंधली पड़ी यह तस्वीर जल्द साफ हो जाएगी और उसका चेहरा भी सामने आ जाएगा।
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