Lata Mangeshar Death Anniversary: पिता के सामने गाने से शरमाती थीं स्वर कोकिला, पहले गाने से मिले थे 25 रुपये
Lata Mangeshar Death Anniversary: स्वर कोकिला के नाम से दुनिया में अपनी पहचान बनाने वाली लता मंगेशकर को गुजरे हुए आज एक साल हो गया। 6 फरवरी 2022 को लता दीदी ने 92 साल की उम्र में दुनिया को अलविदा कह दिया था। लता जी ने अपने आठ दशक के करियर में 36 भाषाओं और 50,000 से अधिक गाने गाए थे। आज उनकी पुण्यतिथि पर जानते हैं उनके जीवन से जुड़ी कुछ बाते।
कला प्रेमियों के परिवार से थीं लता
लता मंगेशकर का जन्म 29 सितंबर 1929 को मध्य प्रदेश के इंदौर में हुआ था। उनके पिता का नाम दीनानाथ मंगेशकर और मां का नाम शेवन्ती मंगेशकर था। उनकी दो छोटी बहनें मीना खाड़ीकर और ऊषा मंगेशकर ये दोनों भी कमाल की सिंगर हैं। लता जी के परिवार में सभी कलाकार थे, उनके पिता थिएटर चलाया करते थे। लता जी को गाते सुन उनके पिता ने कहा था कि, हमारे घर पर ही एक गायक है।
Lata Mangeshar Death Anniversary: पिता ने पहचाना था बेटी का टेलेंट
लता जी जब 13 साल की थीं तब उनके पिता का निधन हो गया था। इसी के साथ घर की सारी जिम्मेदारी उनके कंधो पर आ गई थी। एक इंटरव्यू में लता जी ने बताया था कि, अगर आज उनके पिता जिंदा होते तो वो सिंगर न बन पाती। ऐसा इसलिए क्योंकि, लता जी के पिता उनकी खूबी को निखारना चाहते थे। लता से गीत सुनाने के लिए कहा करते थे, लेकिन लता जी को पिता से बहुत शर्म लगती थी और वे रसोई में अपनी मां के पास भाग जाया करती थीं। लेकिन पिता उनकी आवाज से ये भांप गए थे कि उनकी बेटी एक समय बाद बहुत बड़ी सिंगर बनेगी।
पहली कमाई थी 25 रुपय
Lata Mangeshar Death Anniversary: लता मंगेशकर ने 13 साल की उम्र से गाना शुरु कर दिया था। फिल्म ‘पहिली मंगलागौर’ उनकी गायिका के तौर पर पहली फिल्म थी और इस फिल् मसे उन्हें 25 रुपय भी मिले थे। 18 साल की उम्र में मास्टर गुलाम हैदर ने फिल्म ‘मजबूर’ के गीत से लता जी को पहचान मिली. इस फिल्म में लता जी को मुकेश के साथ गाना गाने का भी मौका मिला था. फिल्म के बोल थे ‘अंग्रेजी छोरा चला गया’।
Lata Mangeshar Death Anniversary: 36 भाषाओ को दी अपनी आवाज
लता जी ने सिर्फ हिंदी और उर्दू भाषाओं के गानों में ही नहीं किया बल्कि सारे देश में 36 भारतीय भाषाओं, मराठी, तमिल, भोजपुरी, कन्नड़ा, बंगाली जैसी कई भाषाओं में अपनी आवाज दी।