कुलदीप सिंह हत्याकांड का पर्दाफाश, पुलिस ने 7 आरोपियों को किया गिरफ्तार
पाली। राजस्थान के पाली जिले में हुए कुलदीप सिंह राजपुरोहित हत्याकांड का पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया है। पुलिस ने हत्याकांड में शामिल 7 आरोपियों को गिरफ्तार किया हैं। पुलिस ने वारदात में उपयोग में ली गई बिना नंबर की स्कार्पियो व स्वीफ्ट कार को भी जब्त किया है। वहीं हत्याकांड का मुख्य आरोपी अभी फरार है। जिला पुलिस अधीक्षक गगनदीप सिंगला ने बताया कि कुलदीप सिंह की हत्या के बाद एएसपी बुगलाल मीणा, सोजत डिप्टी मृत्युंजय मिश्रा के सुपरविजन में सोजत थानाधिकारी सहदेव चौधरी के नेतृत्व में पुलिस टीम का गठन किया गया।
पुलिस टीम ने अपहरणकर्ताओं की पहचान कर दस्तयाब करने के निर्देश दिए। एसपी सिंगला ने बताया कि 15 जनवरी की रात्रि करीब 9:30 बजे कुलदीप सिंह राजपुरोहित पुत्र किशोर सिंह निवासी रुपावास हाल मरुधर केसरी रोड अपनी कार से घर जा रहा था। इस दौरान एक स्वीफ्ट कार व एक स्कॉर्पियो गाड़ी में सवार होकर आए 10 बदमाशों ने कुलदीप सिंह की कार को टक्कर मारी। बदमाशों ने कुलदीप को गाड़ी से बाहर निकाल कर स्कॉर्पियो में डालकर अपहरण कर मोड भटा की तरफ भाग गए। सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुंची और सभी इलाकों में नाकाबंदी करवाई।
पुलिस ने बदमाशों का पीछा किया। वहीं पुलिस ने टीम को कुलदीप सिंह की तलाश के निर्देश दिए गए। बदमाश कुलदीप सिंह से मारपीट कर बेहोश हालत में निंबोल फैक्ट्री के पास पटक कर फरार हो गए। बाद में पुलिस ने कुलदीप को अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। एसपी सिंगला ने बताया कि सार्दुल सिंह राजपुरोहित पुत्र भीम सिंह निवासी रुपावास ने शिवपुरा पुलिस थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई। जिसके बाद पुलिस ने मामला दर्जकर जांच शुरू की।
एसएचओ सहदेव चौधरी के नेतृत्व में गठित पुलिस टीमों द्वारा संभावित स्थानों पर दबिश देकर खेजड़ला सरपंच भूपेंद्र देवड़ा, धनाराम निवासी खेजड़ला, नाथू सिंह, सुरेश सिंह निवासी रावणीयाना, शैतान सिंह निवासी रुपावास, रामनिवास निवासी रणसी गांव, लखन प्रताप सिंह उर्फ लादू सिंह निवासी सम्बाडिया को गिरफ्तार किया गया। वहीं पुलिस अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए तलाश में जुटी है।