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200 लोगों से करोड़ों की धोखाधड़ी मामले में 3 अरेस्ट, आरोपियों ने अपेक्षा ग्रुप महाठगी में इन्वेस्ट किया था पैसा

प्लॉट देने के नाम पर 200 लोगों से 10 करोड़ रुपए की ठगी करने के आरोप में पुलिस ने 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
10:42 AM Jan 11, 2023 IST | Anil Prajapat
200 लोगों से करोड़ों की धोखाधड़ी मामले में 3 अरेस्ट  आरोपियों ने अपेक्षा ग्रुप महाठगी में इन्वेस्ट किया था पैसा

कोटा। जिले में प्लॉट देने के नाम पर 200 लोगों से 10 करोड़ रुपए की ठगी करने के आरोप में पुलिस ने 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ में जुटी हुई है। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार बजाज रेजीडेंसी में प्लॉट देने के नाम पर 200 लोगों से ठगी कर चुके तीन आरोपी वर्तमान में जेल में बंद थे। इन्हें पुलिस ने प्रोडक्शन वारंट पर गिरफ्तार किया है।

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तीनों आरोपियों के खिलाफ सरिता पत्नी ताराचद एवं हरीश मालपानी निवासी विज्ञान नगर ने विज्ञान नगर पुलिस थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी की राजेंद्र गुप्ता, तेजेंद्र पाल सिंह उर्फ रिंपी सरदार और राजेंद्र सिंह उर्फ बॉक्सर ने बजाज रेजीडेंसी में प्लॉट देने के नाम धोखाधड़ी की थी। आरोपियों ने बजाज रेजीडेंसी में प्लॉट देने के बहाने दो बार में 5.50 लाख और 8 लाख रुपए हड़पे। लेकिन, प्लॉट तक नही दिए। इसके बाद जांच में जुटी पुलिस ने खुलासा किया कि आरोपियों ने एक नहीं 200 लोगों से ठगी की थी। लेकिन, किसी को भी पैसे लेने के बावजूद भी प्लॉट तक नहीं दिए।

उप पुलिस अधीक्षक अमर सिंह ने बताया कि तीनों आरोपियों के खिालाफ 20 से अधिक धोखाधड़ी के मामले दर्ज है। आरोपियों ने 200 से अधिक लोगों से प्लॉट देने के नाम पर करोड़ों रुपए की धोखाधड़ी की थी। आरोपियों की 6 मामलों में पूर्व में ही गिरफ्तारी हो चुकी है और अब पुलिस ने नए प्रकरण में तीनों आरोपियों को प्रोडक्शन वारंट पर गिरफ्तार किया है। पुलिस पकड़े गए आरोपियों से लगातार पूछताछ में जुटी हुई है।

क्या है अपेक्षा ग्रुप महाठगी मामला

प्लॉट देने के नाम पर 200 लोगों से 10 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी मामले में पकड़े गए आरोपियों ने पूछताछ में खुलासा किया कि उन्होंने धोखाधड़ी का पैसा बहुचर्चित अपेक्षा ग्रुप महाठगी में भी इन्वेस्ट किया था। ये हाड़ौती संभाग की सबसे बड़ी ठगी है। दरअसल, मुख्य आरोपी मुरली मनोहर नामदेव (Murli Manohar Namdev) निवासी बारां ने साल 2012 में अपेक्षा ग्रुप के नाम से कंपनी शुरू की थी। इसके बाद 3 साल में रकम दोगुनी करने का झांसा देकर आरोपियों ने करीब ढाई हजार निवेशकों को 200 करोड़ का चुना लगाया। मामले का खुलासा तब हुआ था जब अपेक्षा ग्रुप कंपनी के 38 डायरेक्टर के खिलाफ 30 से ज्यादा पीड़ित लोगों ने गुमानपुरा थाने में धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराया था। सिटी एसपी ने मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया। जिसके बाद शहर के अलग अलग थानों में 100 से ज्यादा धोखाधड़ी के मामले दर्ज हुए। पुलिस इस मामले में अब तक एक महिला सहित 14 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है।

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