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History Of Inchtape: जानिए इंचीटेप का इतिहास, 159 साल पहले करवाया गया था इसका पेटेंट

12:49 PM Mar 20, 2023 IST | Supriya Sarkaar

हमें जब भी कोई वस्तु का मापन करना होता है तो उससे संबंधित उपकरण का इस्तेमाल कर लेते हैं। जैसे- गैस का भार मापने के लिए एयरोमीटर, उड़ते हुए विमान की ऊंचाई मापने के लिए अल्टीमीटर (history of Inchtape) तथा वायुदाब मापने के लिए बैरोमीटर का उपयोग किया जाता है। उसी तरह कपड़े को मापने के लिए इंचीटेप का उपयोग किया जाता है। यह एक प्रकार का लचीला पैमाना होता है जिससे कपड़े, फाइबर ग्लास, प्लास्टिक तथा किसी धातु की लंबाई मापी जाती है।

इसके अलावा ऊंचाई मापने के लिए भी इसका उपयोग किया जा सकता है। सर्वेक्षण के समय भी इसे काम में लिया जाता है। इसे हिंदी में मापन फीता कहा जाता है। इंचीटेप का इतिहास काफी रोचक और पुराना है। आखिर यह उपकरण कैसे अस्तित्व में आया तथा इसे कब बनाया गया, यह जानना भी आवश्यक है।   

इंची टेप के बारे में

इंची टेप का उपयोग लंबाई व दूरी मापने के लिए किया जाता है। इसमें मापन के लिए रैखिक चिह्न बने होते हैं। इसमें कपड़े, प्लास्टिक तथा फाइबर ग्लास जैसी वस्तुओं को मापने के लिए एक रिबन (history of Inchtape) होता है। इसका आकार इतना छोटा होता है कि जेब में रखकर भी ले जाया जा सकता है। इंचीटेप में तीन पैमाने होते हैं। सिलाई व विभिन्न प्रकार की वेशभूषा बनाने के लिए टेप का इस्तेमाल किया जाता है।

इस प्रकार के टेप लचीले कपड़े या प्लास्टिक से बनाए जाते हैं। इसलिए इन्हें सिलाई टेप नाम दिया गया। इन्हें लचीला बनाने का कारण कमर का नाम लेना था। वर्तमान में सिलाई के लिए ऐसे टेप का उपयोग किया जाता है, जो आसानी से फटते या फैलते नहीं हैं। बढ़ई का काम करने वाले कारीगर भी मापने के लिए टेप का इस्तेमाल करते हैं, जो कठोर, घुमावदार तथा धातु के बने होते हैं। 

इतिहास 

इंचिटेप का इतिहास 159 साल पुराना है। विलियम एच. बैंग्स ने 6 दिसंबर 1864 को इसका पेटेंट करवाया था। इसे #45,372 नंबर के साथ जारी किया गया था। बैंग ने अपने पहले प्रयास में ऐसा टेप बनाया था जिसे किसी भी बिंदु पर रोका जा सकता है। इसके कवर में एक तरफ बटन लगा होता था, जिसे खिसकाकर (history of Inchtape) केस में वापस किया जा सकता था। इसके बाद लंबे टेप माप को अमेरिकी पेटेंट #29,096 जारी किया गया था। इसे 10 जुलाई 1860 को विस्कॉन्सिन के शेबॉयगन के विलियम एच. पेन को जारी किया गया था। यह ऐसा टेप था जिस पर कोई इंक्रीमेंट नहीं था, इसमें लंबाई के बराबर दूरी पर मार्कर से निशान बनाए गए थे। 

इंचिटेप के प्रकार

इंचिटेप दो प्रकार के होते हैं। स्प्रिंग रिटर्न पॉकेट टेप तथा लंबे टेप। स्प्रिंग रिटर्न पॉकेट टेप आकार में छोटे होते हैं, इन्हें पॉकेट इंचिटेप कहते हैं। इसमें स्प्रिंग लगी होती है जिससे यह आकार में छोटा (history of Inchtape) हो जाता है। इसकी लंबाई 1 से 15 फीट तक होती है। जबकि लंबे टेप 25 से लेकर 500 ​​फीट लंबाई के होते हैं। इन्हें इंजीनियर्स और बिल्डर्स के लिए डिज़ाइन किया गया था।

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