केरल में 15 हजार करोड़ की ड्रग्स जब्त, पहली बार 'मेथामफेटामाइन' की सबसे बड़ी खेप पकड़ी
कोच्चि। केरल में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) और भारतीय नौसेना ने संयुक्त अभियान चलाते हुए नशे की बड़ी खेप पकड़ी है। भारतीय नौसेना और एनसीबी ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए 15 हजार करोड़ की ड्रग्स पकड़ी है। रेड के दौरान 2500 किलो मेथामफेटामाइन ड्रग्स बरामद हुई है। ये पहली बार जब भारत में मेथामफेटामाइन ड्रग्स की इतनी बड़ी खेप मिली है। नौसेना ने खेप के साथ एक संदिग्ध पाकिस्तानी नागरिक को हिरासत में लिया है, जिससे पूछताछ की जा रही है। सूत्रों के अनुसार, ड्रग्स अफगानिस्तान से समुद्र के जरिए केरल लाई गई थी। एनसीबी के अलावा, श्रीलंका और मालदीव के साथ साझा किए गए इनपुट के आधार पर ये बरामदगी हुई है।
एनसीबी की डेढ़ साल में तीसरी बड़ी कार्रवाई
एनसीबी के उप महानिदेशक संजय सिंह ने बताया, कुल तीन नावों को पकड़ा गया है। वहीं दो अंधेरे की आड़ में भागने में सफल रहीं। अब तक के ऑपरेशन में करीब 3200 किलोग्राम मेथमफेटामाइन, 500 किलोग्राम हेरोइन और 529 किलोग्राम चरस जब्त की गई है। ये ऑपरेशन अफगानिस्तान से भारत में तस्करी की जा रही ड्रग्स के खिलाफ चलाया गया है। एनसीबी को शक है कि नाव में सवार सभी लोग पाकिस्तान के मूल निवासी है। पिछले डेढ़ साल में दक्षिणी मार्ग से यह तीसरी बड़ी कार्रवाई है। इस क्रम में फरवरी, 2022 में एनसीबी और भारतीय नौसेना की एक संयुक्त टीम ने गुजरात के तट से 529 किलोग्राम हशीश, 221 किलोग्राम मेथमफेटामाइन और 13 किलोग्राम हेरोइन जब्त की थी। ये बलूचिस्तान और अफगानिस्तान से लाई गई थी।
अक्टूबर 2022 में 1200 करोड़ की हेरोइन पकड़ी…
गौरतलब है कि इससे पहले अक्टूबर 2022 में केरल के कोच्चि तट से 210 किलो हेरोइन बरामद की थी। केरल के तट एक ईरानी नाव को रोककर छह लोगों को हिरासत में लिया था। आरोपियों के पास से 1200 करोड़ रुपए की उच्च श्रेणी की हेरोइन जब्त की गई थी। भारतीय नौसेना और एनसीबी के संयुक्त अभियान में नाव को जब्त किया गया था। ड्रग्स सप्लाई करने वाले समूह ने अंतरराष्ट्रीय ड्रग माफिया के साथ संबंध होना बताया था।
5 महीनों में 19 तस्करों को किया गिरफ्तार…
एनसीबी और भारतीय नौसेना द्वारा लागू किए गए इन ऑपरेशनों के अलावा, एनसीबी ने श्रीलंका और मालदीव के साथ ऑपरेशन समुद्रगुप्त के दौरान मिले इनपुट के आधार पर भी कार्रवाई की। मुखबिर की सूचना के परिणामस्वरूप पांच महीनों में श्रीलंकाई नौसेना द्वारा चलाए गए दो अभियानों में 19 तस्करों को गिरफ्तार किया गया। तस्करों से पास से 286 किलोग्राम हेरोइन और 128 किलोग्राम मेथमफेटामाइन की जब्ती हुई।