करौली: शिव मंदिर गिरने से घायल एक और महिला की मौत, 15 दिन बाद कांतिदेवी जिंदगी से जंग हारी
करौली। जिले के सपोटरा कस्बे में नाले की खुदाई के दौरान मंदिर गिरने से घायल एक और महिला की मौत हो गई। महिला 15 दिन से जिंदगी और मौत के बीच जंग लड़ रही थी और जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था। लेकिन, मंगलवार को महिला कांति जांगिड़ जिंदगी से जंग हार गई और सुबह करीब 7.15 बजे महिला की मौत हो गई।
डॉक्टरों के मुताबिक शिव मंदिर गिरने से घायल हुई महिला की पसली टूटने से श्वसन तंत्र में खराबी आई थी और 15 दिन से एसएमएस अस्पताल में भर्ती थी। इधर, बेटे राजेश जांगिड़ ने मां की आंखों को दान करने का फैसला लिया है। अब एसएमएस अस्पताल जयपुर में नेत्रदान किया जाएगा।
एक महिला की पहले ही हो चुकी मौत
गौरतलब है कि प्रशासन एवं ठेकेदार की लापरवाही के कारण 17 जनवरी को जेसीबी से खुदाई के दौरान शिव मंदिर ढह गया था। इस हादसे में सपोटरा मोड़ स्थित शिव मंदिर में पूजा करने आई कई महिलाएं मलबे में दब गई थी। प्रशासन ने ग्रामीणों की मदद से मलबे में दबी महिलाओं को बाहर निकाला। हादसे में गंभीर घायल दो महिलाओं को जयपुर रेफर किया। लेकिन, रास्ते में ही सीमा की मौत हो गई थी।
15 दिन से चल रहा था उपचार
वहीं, कांति जांगिड़ को उपचार के लिए सवाई मानसिंह अस्पताल में भर्ती कराया था। जहां वो 15 दिन तक जिंदगी और मौत के बीच संघर्ष करती रही और आखिरकार आज सुबह जिंदगी से जंग हार गई। महिला के पति की करीब 13 साल पहले मौत हो गई थी। मृतका के परिवार की आर्थिक स्थिति कमजोर है। मृतका कांतिदेवी के 2 बेटे और 1 बेटी है, जिनकी शादी हो चुकी है। बड़ा बेटा अशोक दिल्ली में मजदूरी करता है और छोटा बेटा राजेश ड्राइवर है।