कन्हैयालाल हत्याकांड : अजमेर के हाई सिक्योरिटी जेल में बंद 9 आरोपियों की न्यायिक हिरासत की अवधि 18 मार्च तक बढ़ी
अजमेर। राजस्थान के बहुचर्चित कन्हैयालाल हत्याकांड मामले में जेल में बंद 9 आरोपियों की न्यायिक हिरासत की अवधि 18 मार्च तक बढ़ गई है। अजमेर के हाई सिक्योरिटी जेल प्रशासन ने अभियुक्तों को आज कोर्ट में पेश नहीं किया। एनआईए जज रविंद्र कुमार ने चार्ज बहस के लिए अब 18 मार्च की तारीख दी है। आरोपी रियाज जब्बार, मोहम्मद गौस, रियाज अत्तारी, फरहाद शेख, आसिफ, मोहसिन, वसीम अली, मोहम्मद जावेद एंव मुस्लिम खान अजमेर की जेल में बंद है।
एनआईए की टीम ने पिछले साल 22 दिसंबर को दो पाकिस्तानी सलमान और अबू इब्राहिम सहित सभी 11 आरोपियों के खिलाफ चालान पेश किया था। बता दें कि उदयपुर में 28 जून को रियाज जब्बार व मोहम्मद गौस ने कन्हैयालाल की गला काटकर हत्या कर दी थी।
पाक में बैठे लोगों ने हत्याकांड के लिए उकसाया
एनआईए जांच में सामने आया कि रियाज और गौस ने ही कन्हैयालाल की दुकान के पड़ोस में काम करने वाले वसीम, जावेद सहित 9 लोगों के साथ मिलकर हत्या की साजिश रची थी। पाकिस्तानी आरोपी सलमान और अबू इब्राहिम ने रियाज और गौस मोहम्मद को सिर कलम करने को लेकर उकसाया था।
इस हत्याकांड के लिए 11 आरोपी दोषी
एनआई ने इस हत्याकांड के लिए 11 आरोपियों को दोषी माना है। एनआई की टीम ने अब तक आरोपी मोहम्मद रियाज, मोहम्मद गौस, मोहसिन खान, आसिफ हुसैन, मोहम्मद मोहसिन, वसीम अली, फरहाद मोहम्मद, मोहम्मद जावेद और मुस्लिम खान को गिरफ्तार किया था। ये सभी आरोपी फिलहाल अजमेर की हाई सिक्योरिटी जेल में न्यायिक हिरासत में है। वहीं, पाकिस्तानी आरोपी सलमान और अबू इब्राहिम अभी पुलिस की गिरफ्त से दूर है। एनआईए को पाक में बैठे इन दोनों आरोपियों की तलाश है।
देश में दहशत फैलाने के लिए की थी हत्या
जांच में सामने आया था कि देश में दहशत का माहौल पैदा करने के लिए आतंकियों के इशारे पर आरोपियों ने दुकान में घुसकर कन्हैयालाल की हत्या की थी। इस निर्मम हत्याकांड का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर भी डाला था। जांच में सामने आया कि सभी आरोपी कट्टरपंथी है और आतंकवादी मॉड्यूल के रूप में काम कर रहे आरोपियों ने नूपुर शर्मा की टिप्पणी के मामले में बदला लेने के लिए कैन्हयालाल की हत्या की साजिश रची थी।