Joshimath: दरकते जोशीमठ में दरार से झुके दो होटल, ध्वस्त करने पंहुचा बुलडोजर
जोशीमठ। उत्तराखंड का जोशीमठ अब आपदा की कगार पर खड़ा है। जोशीमठ धीरे-धीरे दरक रहा है। यहां पर बसे घरों, सड़कों और खेतों में बड़ी-बड़ी दरारें आ रही हैं। जिसके चलते स्थानीय लोगों के सामने बेघर होने समस्या खड़ी हो गई है। स्थानीय लोगों को अब सुरक्षित जगह बसाया जा रहा है। वहीं अब आज यानी मंगलवार को असुरक्षित हो चुके भवनों को गिराने का अभियान शुरू हो चूका है।
मौके पर पंहुचा बुलडोजर
जानकारी के मुताबिक इस अभियान के तहत सबसे पहले होटल मलारी इन और माउंट व्यू को गिराया जाएगा। इसके लिए मौके पर बुलडोजर भी पहुंच गया है। बता दें कि मौके पर प्रशासन ने एसडीआरएफ की टीम को तैनात किया है। वहीं दोनों होटलों को एक्सपर्ट टीम की देखरेख में ध्वस्त किया जाएगा। ध्वस्त करने की प्रक्रिया शुरू करने से पहले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए कहा गया। जिसके लिए लाउडस्पीकर के जरिए अनाउंसमेंट की गई।
झुक गए हैं दोनों होटल
वहीं एसडीआरएफ के कमांडेंट मणिकांत मिश्रा ने कहा कि दोनों होटलों में से पहले मलारी इन को चरणबद्ध तरीके से तोड़ा जाएगा। उन्होंने कहा कि सबसे पहले ऊपरी हिस्से को गिराया जाएगा। उसके बाद पूरी होटल को ध्वस्त कर दिया जाएगा। मणिकांत मिश्रा ने कहा कि ऐसा इसलिए किया जा रहा है क्योंकि दोनों होटल झुक गए हैं और एक-दूसरे के बेहद करीब आ गए हैं।
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200 से अधिक घरों पर लगाए लाल निशान
बता दें कि जोशीमठ में भवनों को गिराने के लिए विस्फोटकों का इस्तेमाल नहीं किया जाएगा। इस प्रक्रिया से लिए मेकेनिकल तकनीक की मदद ली जाएगी। साथ ही जिला प्रशासन ने असुरक्षित पाए गए 200 से अधिक घरों पर लाल निशान लगा दिया है। इन घरों में रहने वाले लोगों को अस्थायी राहत केंद्रों या फिर किराये के घर में कुछ दिन रहने को कहा गया है। साथ ही इसके लिए प्रत्येक परिवार को अगले छह महीने तक राज्य सरकार 4000 रुपये मासिक सहायता उपलब्ध करवाएगी।