मुख्यमंत्री भजनला शर्मा का वादा पूरा कर रही जोधपुर रेंज पुलिस,पेपर लीक मामले में 10वीं आरोपी इमरती भी गिरफ्तार
Rajasthan Paper leak : प्रदेश के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने जब जिम्मेदारी संभाली तो उनका पहला वादा पेपर लीक मामले का खुलासा कर दोषियों को सलाखो के पीछे भेजने का किया था जिसको लगातार पूरा करने का काम पुलिस महानिदेशक उत्तकल रंजन साऊ के निर्देशन में अलग-अलग जिम्मेदारी निभाने वाले अफसर कर रहे है उसमें एक अधिकारी का नाम शामिल है जो है जोधपुर रेंज के आईजी विकास कुमार जिन्होने पेपर लीक मामले के अब तक 10 आरोपी पकडे जा चुके है। आज पकडी गई 10वीं आरोपी इमरती विश्नोई को बालेसर के बंबोर की एक होटल से गिरफ्तार किया गया है। अब इस पूरे मामले में सीमा नामक एक ओर आरोपी है जिसके पकडे जाने के साथ यह टारगेट पूरा हो जाएगा। उधर आईजी विकास कुमार के निर्देशन में काम करने वाली साइक्लोनर टीम की यह 56वीं कार्यवाही है। अब तक 56 आरोपी अलग-अलग मामले में गिरफ्तार किए जा चुके है।
अब तक 56 अपराधियों को दबोच चुकी पुलिस
पेपर लीक मामले में रेंज आईजी विकास कुमार की टीम ने एक ओर कमाल करते हुए 10वीं आरोपी इमरती को गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की है। साइक्लोनर सेल का अपराधियों पर बरपत्ता कहर ताबड़तोड़ जारी है। साइक्लोनर सैल के गठन के आठ महीने में अब तक 56 अपराधी दबोचे जा चुके हैं। इसी श्रृंखला की अगली कड़ी के रूप में "ऑपरेशन बेंचवार्मर्स" की चौथी सूत्रधार ईमरती विश्नोई को गिरफ्तार करने में साइक्लोनर टीम सफल हुई है। जोधपुर रेंज पुलिस महानिरीक्षक विकास कुमार ने बताया कि वर्ष 2021 के रीट परीक्षा घोटाले को लेकर श्रीमती इमरती पर पच्चीस हजार रूपये का ईनाम घोषित था। कल सायं बालेसर थाना क्षेत्र के बम्बोर गांव में साईक्लोनर टीम की दबिश में एक होटल से गिरफ्तार किया गया। तीन वर्षों से लगातार इमरती फरार चल रही थी। विडंबना यह कि फर्जी तरीके से अध्यापक की नौकरी पाने का सपना सेज रही ईमरती फरारी अवधि में दर-दर भटकती खेतों में फसल काटने का काम भी कर रही थी।
तीन बार पुलिस को दे चुकी चकमा
तीन बार दबिश में पुलिस को चकमा देने में इमरती कामयाब रही थी मगर चौथी बार नहीं बच पायी।अब तक की पूछताछ के अनुसार वृन्दावन में पुजारिन बनकर फरारी काट रही पेपर लीक घोटाले की मुख्य सूत्रधार छम्मी विश्नोई से करीबी षड्यन्त्रकारी इमरती का सम्पर्क था। अब तक के अनुसंधान के अनुसार रीट परीक्षा में इमरती के पहले परीक्षा में अभ्यर्थी बनकर बैठने का ठेका छम्मी विश्नोई से लिया था। तीन महीने पहले वृन्दावन में कुख्याम छम्मी विश्नोई की गिरफ्तारी के उपरान्त ही ईमरती के संबंध में महत्वपूर्ण सुराग साइक्लोनर टीम को मिले। वर्ष 2021 में की गयी पुलिस कार्रवाई में मौके से ही इमरती के दस्तावेज व परीक्षा प्रवेश पत्र बरामद हुए थे। परीक्षा प्रवेश पत्र की फोटो में कम्प्यूटर से छेडखानी की गयी थी। फरारी अवधि में ईमरती कभी कल्याणपुर, कभी जोधपुर, कभी बम्बोर मो कभी अन्य रिश्तेदारों के यहां लगातार भागती ही रही।