लद्दाख में शहीद जोधपुर के लाल की सैन्य सम्मान से अंत्येष्टि, अंतिम यात्रा में लगे भारत माता के नारे
जोधपुर। लेह (लद्दाख) में बर्फीली हवाओं का सामना करते हुए शहीद हुए जोधपुर के लाल का गुरुवार दोपहर उनके पैतृक गांव में सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। शहीद जवान राम प्रकाश प्रजापत भोपालगढ़ तहसील के अरटिया कलां गांव के रहने वाले थे। गुरुवार सुबह जब शहीद जवान का पार्थिव शरीर पैतृक गांव पहुंचा तो कोहराम मच गया। शान से शहीद की शव यात्रा निकाली गई। अरटिया गांव और आस पास के कई ग्रामीण शहीद की शवयात्रा में शामिल हुए। उन्हें दोपहर मे सैन्य सम्मान के साथ विदाई दी गई।
अंतिम यात्रा में उमड़ा जन सैलाब
जानकारी के मुताबिक गुरुवार सुबह उनकी पार्थिव देह पैतृक गांव पहुंची। शहीद की अंतिम यात्रा में जन सैलाब उमड़ पड़ा। गांव के कई हिस्सों से शहीद रामप्रकाश की शव यात्रा में सैकड़ों ग्रामीण जुटे और भारत माता की जयकारों से आसमां को गूंजायमान हो गया। उनके पैतृक गांव में शहीद का सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान लोगों ने नम आंखों से शहीद को अंतिम विदाई दी।
पैतृक गांव में हुई अंत्येष्टि
सूचना के बाद सभी गांव रवाना हुए। इधर गांव में शोक की लहर है। शहीद की पार्थिव देह का आज पैतृक गांव में अंतिम संस्कार किया गया। शहीद के भतीजे रामरतन प्रजापत ने बताया कि रामप्रकाश का दो महीने में रिटायर्ड होने वाले थे और एक महीने के लिए छुट्टी पर आने वाले थे। ड्यूटी के दौरान ऑक्सीजन की कमी से उनकी तबीयत बिगड़ गई थी।
अप्रैल महीने में होने वाले थे रिटायर
राम प्रकाश प्रजापत अप्रैल महीने में सेना से रिटायर होने वाले थे। 7 जनवरी को उनकी एक महीने की छुट्टी स्वीकार हुई थी। वे गांव लौटने वाले थे। परिवार उनके आने का इंतजार कर रहा था। इससे पहले ही 5 जनवरी को 18 हजार फीट की ऊंचाई पर बर्फीली पहाडिय़ों में ऑक्सीजन की कमी के चलते उनकी हालत बिगड़ गई। वे बेहोश होकर गिर पड़े। हालत बिगडऩे के बाद उन्हें चंडीगढ़ के अस्पताल में भर्ती करवाया गया। वहां उन्होंने अंतिम सांस ली।
माता का निधन दस साल पहले हो चुका
जवान राम प्रकाश की माता हापु देवी का निधन 10 वर्ष पहले हो चुका था। दो वर्ष पहले पिता का निधन हुआ था। रामप्रकाश की पत्नी समु देवी, 15 वर्षीय बेटी मानिका, 13 वर्षीय बेटा सुभाष व 10 वर्षीय बेटा राहुल जोधपुर के माता का थान क्षेत्र में किराए के मकान में रह रहे हैं।