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JEN भर्ती परीक्षा 2020 में SOG को बड़ी सफलता, कुख्यात पेपर लीक माफिया जगदीश बिश्नोई को दबोचा

07:33 PM Feb 29, 2024 IST | Sanjay Raiswal

दौसा/जयपुर। गहलोत राज में हुए पेपर लीक मामलों को लेकर प्रदेश की भजनलाल सरकार सत्ता में आने के बाद से लगातार एक्शन मोड में है। अब राजस्थान में JEN भर्ती 2020 पेपर लीक मामले को लेकर बड़ा एक्शन लिया है। ATS और SOG ने गुरुवार दोपहर को संयुक्त कार्रवाई करते हुए पेपर लीक के मास्टमाइंट जगदीश विश्नोई को गिरफ्तार कर लिया है।

इससे पहले गिरफ्तार 2 मुख्य आरोपियों के जयपुर, दौसा और भरतपुर में 14 से ज्यादा ठिकानों पर गुरुवार सुबह SOG की टीम ने दबिश दी। इसमें पेपर लीक के मास्टरमाइंड हर्षवर्धन कुमार मीणा (पटवारी) के दौसा-महवा और जयपुर, भरतपुर में 7 से ज्यादा ठिकाने शामिल हैं। स्कूल टीचर राजेंद्र कुमार यादव के आवास सहित उसके साथी के ठिकानों पर भी छापेमारी हुई। हर्षवर्धन के पास 5.71 करोड़ की और राजेंद्र की 15 करोड़ प्रॉपर्टी मिली। दौसा में एक बाबा के आश्रम में 4 घंटे कार्रवाई चली।

SOG-ASP नरेन्द्र मीणा के नेतृत्व में टीम ने गुरुवार सुबह दौसा के आगरा रोड स्थित एक बाबा के अस्थाई डेरे पर दबिश दी। टीम ने मास्टरमाइंड हर्षवर्धन की निशानदेही पर गोविंददेवजी मंदिर के सामने स्थित आवासीय स्कीम में बने अस्थाई आश्रम में सर्च किया। पुलिस जाप्ते के साथ पहुंची टीम ने आश्रम परिसर में गहनता से सर्च किया।

पेपर लीक करने वाली गैंग का सरगना है जगदीश विश्नोई

एसओजी के एडीजी वीके सिंह ने बताया कि आरोपी जगदीश विश्नोई करीब 3 साल से फरार चल रहा था। जगदीश विश्नोई पेपर लीक करने वाली गैंग का सरगना है। आरोपी जगदीश पूर्व में पेपर लीक और एक दर्जन से अधिक मामलों में पहले गिरफ्तार किया जा चुका है। वह जिला सांचौर दांता पुलिस थाना का निवासी है। इस गैंग में हर्षवर्धन पटवारी, राजेंद्र कुमार यादव अध्यापक के साथ-साथ कई अन्य शातिर अपराधी भी शामिल है।

पेपर के बदले लिए थे 10 लाख रुपए

जगदीश विश्नोई अपनी गैंग के साथ मिलकर पेपर लीक करने का कार्य "ऑर्गेनाईज्ड वे" में लंबे समय से कर रहा है। जगदीश विश्नोई ने शहीद मेजर दिग्विजयसिंह सुमाल राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय खातीपुरा, जयपुर में अपने एक सहयोगी को भेजकर गैंग के सदस्य इस स्कूल के अध्यापक राजेन्द्र कुमार यादव की मदद से पेपर का फोटो करवाकर पेपर को स्कूल से बाहर निकलवाया था। जगदीश विश्नोई ने इसके बदले में राजेन्द्र कुमार यादव को 10 लाख रुपए दिए थे।

जगदीश विश्नोई ने उक्त प्रश्न पत्र अपनी गैंग के सदस्य हर्षवर्धन मीणा के पास व्हाटसअप के जरिए भिजवाया था। जगदीश विश्नोई व हर्षवर्धन ने करोड़ों रुपए लेकर अभ्यर्थियों को पेपर पढ़वाया। जगदीश विश्नोई करीब डेढ़ दशक से ज्यादा समय से पेपर लीक करने के अपराध को अंजाम दे रहा है। एसआईटी टीम ने बुधवार को जगदीश विश्नोई को जवाहर कला केन्द्र जयपुर से दस्तयाब किया था जिसे बाद पूछताछ गुरुवार दोपहर को गिरफ्तार कर लिया।

एएसपी नरेन्द्र मीणा ने बताया कि सप्ताहभर पहले पेपर लीक के मास्टरमाइंड समेत कई आरोपियों को गिरफ्तार किया था। जिनसे पूछताछ चल रही है, जिसके आधार पर उनके ठिकानों पर सर्च किया जा रहा है। कोर्ट से जारी सर्च वारंट लेकर पहुंचे हैं, टीम द्वारा गहनता से तलाशी ली जा रही है। पेपर लीक से जुडा कोई संदिग्ध दस्तावेज या सामग्री मिलती है तो कार्रवाई की जाएगी।

कई जगह चल रही कार्रवाई

बता दें कि एसओजी ने पिछले दिनों कार्रवाई करते हुए पटवारी हर्षवर्धन समेत 4 लोगों को गिरफ्तार किया था। एसओजी की टीमें अब पटवारी हर्षवर्धन के दौसा, महवा और जयपुर स्थित कई ठिकानों पर सर्च कर रही है। मामले में स्कूल टीचर राजेन्द्र कुमार यादव के आवास सहित उसके साथी के ठिकानों पर भी छापेमारी हुई है। ऐसे में पेपर लीक गिरोह से जुडे संदिग्धों में खलबली मची हुई है।

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