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आजादी से पहले अस्तित्व में आई ‘जीप’, सैन्य वाहन के रूप में किया गया इसका उपयोग 

07:48 AM Jan 11, 2023 IST | Supriya Sarkaar
आजादी से पहले अस्तित्व में आई ‘जीप’  सैन्य वाहन के रूप में किया गया इसका उपयोग 

एक समय था जब शहर से गांव जाने के लिए जीप का सहारा लिया जाता था। खाकी रंग की यह जीप जहां भी खड़ी दिखती, लोगों को अपना गांव याद आ जाता था। धीरे-धीरे कई प्रकार के वाहन गांवों की ओर चलने लगे। ऐसे में लोगों के पास कई विकल्प मौजूद हो गए। इस तरह पुरानी जीप गाड़ी कब लुप्त हो गई पता ही नहीं चला।

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हालांकि वर्तमान में चलने वाली थार नामक गाड़ी इसी का नया संस्करण माना जाता है। जो ऊपर से खुली रहती है, इसे ओपन जीप के तौर पर जाना जाता है। हालांकि इसे पैक भी किया जा सकता है। जब यह पैक होती है, तो हूबहू अपने पुराने अंदाज में लौट आती है। लेकिन यह जीप नहीं बल्कि अन्य कंपनी की गाड़ी है। इसी को लेकर विस्तार से जानेंगे आज के कॉर्नर में… कब इसका अविष्कार हुआ, इसका नया रूप कब सामने आया तथा इसका इतिहास क्या है।

इतिहास 

जीप एक ऑटोमोबाइल कंपनी है जो कि क्रिसलर कंपनी का ही सब ब्रांड है। जीप सबसे पुराना ऑफ रोड वाहन ब्रांड है। इस कंपनी की स्थापना वर्ष 1941 में हुई थी। इसका मुख्यालय अमेरिका के मिशिगन राज्य के ऑर्बन हिल्स शहर में था। शुरुआत में इसे सेना में सिपाहियों तथा हथियारों को इधर से उधर लाने ले जाने के लिए काम में लिया जाता था। द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान तथा बाद में अमेरिकी सेना तथा पड़ोसी मित्र देशों ने इसका उपयोग किया।

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इसके बाद मुख्य रूप से यह कम वजन वाला चार पहियों वाला चालक वाहन बन गया। धीरे-धीरे अन्य देशों में भी इसी तरह की सैन्य तथा आम नागरिकों के लिए अलग-अलग स्वरूप में तैयार किये गए। इस वाहन के बाद सेना में काम में लेने के लिए जीप की तरह के कई हल्के वाहन बनाए गए। इसके बाद लैंड रोवर दूसरा सबसे पुराना चार पहियों वाला चालक ब्रांड बना।

ऐसे पड़ा नाम

जीप शब्द की उत्पत्ति कैसे हुई, इसको लेकर लोगों के अलग-अलग मत हैं। ऐसे में पुख्ता तौर पर यह जानना थोड़ा मुश्किल है कि इसका नाम कैसे पड़ा। इनमें सबसे अधिक यह माना जाता है कि जीपी नाम से जीप शब्द का जन्म हुआ। ऐसा माना जाता है कि जीपी नाम सरकारी उद्देश्यों या सामान्य उद्देश्यों के लिए रखा गया था।

इसके बाद धीरे-धीरे ध्वन्यात्मक रूप से बिगड़कर इसका नाम जीप हो गया। यह कंपनी वर्ष 1987 में क्रिसलर का हिस्सा रही थी। वर्तमान में माइकल मैनले जीप डिवीजन के सीईओ हैं तथा सर्जियो मार्चियन क्रिसलर ग्रुप एलएलसी के सीईओ हैं। संयुक्त रूप से ये दोनो व्यक्ति जीप ऑटोमोबाइल कंपनी के सीईओ हैं।

कई बार बदला इसका रूप 

जीप के मार्क का स्वामित्व बदलने की शुरुआत सबसे पहले वर्ष 1945 में विलीज ने की। विलीज ने पहली नागरिक जीप ‘सीजे’ का निर्माण किया। वर्ष 1963 में यह कैसर जीप बन गयी थी। वर्ष 1970 में अमेरिकन मोटर्स कॉरपोरेशन ने कैसर जीप को खरीद लिया। इस तरह इसमें कई निवेशक बदले।

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