जेईई-मेन 2023 : देश के इन 12 बोर्ड के विद्यार्थियों को मिलेगा बोर्ड पात्रता के स्पष्टीकरण का लाभ
कोटा। देश की सबसे बड़ी इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा जेईई-मेन के माध्यम से एनआईटी-ट्रिपलआईटी एवं सीएफटीआई में प्रवेश की बोर्ड पात्रता के स्पष्टीकरण के बाद लाखों विद्यार्थियों ने राहत की सांस ली है। इस सूचना के जारी होने के बाद अब 12वीं बोर्ड में टॉप-20 पर्सेन्टाइल में शामिल विद्यार्थी भी एनआईटी-ट्रिपलआईटी एवं सीएफटीआई में एडमिशन ले सकेंगे।
एलन कॅरियर इंस्टीट्यूट के कॅरियर काउंसलिंग एक्सपर्ट अमित आहूजा ने बताया कि देश में बिहार, झारखंड, महाराष्ट्र, ओडिशा, उत्तर प्रदेश, नेशनल ओपन बोर्ड, गुजरात, मिजोरम, त्रिपुरा, नागालैंड, आसाम व छत्तीसगढ़ शामिल हैं।
इन बोर्ड की टॉप-20 पर्सेन्टाइल 65 से 74 प्रतिशत के मध्य रहती थी। ऐसे में इन बोर्ड्स के विद्यार्थियों को लाभ मिलेगा। एनटीए द्वारा जारी किए गए स्पष्टीकरण के बाद अब देश के सभी राज्य के बोर्ड्स को जल्द से जल्द टॉप-20 पर्सेन्टाइल जारी करनी चाहिए। यह पर्सेन्टाइल पिछले दो वर्षों की होगी, क्योंकि गत दो वर्षों से इस मापदण्ड से विद्यार्थियों को छूट दी गई थी। ऐसे में राज्य बोर्ड्स ने टॉप-20 पर्सेन्टाइल जारी नहीं की थी।
आहूजा ने बताया कि जेईई-मेन में आवेदन प्रक्रिया जारी है। इसकी अंतिम तिथि 12 जनवरी रात 11 बजे तक है। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी द्वारा नोटिफिकेशन जारी किए जाने के बाद बड़ी संख्या में विद्यार्थी आवेदन करने लगे हैं और अब ऐसा लग रहा है कि जेईई-मेन जनवरी में शामिल होने वाले विद्यार्थियों की संख्या गत वर्ष की तुलना में अधिक होगी। गत वर्ष इस परीक्षा में 8 लाख 72 हजार विद्यार्थी शामिल हुए थे और इस वर्ष अब तक 8 लाख 55 हजार तक विद्यार्थी आवेदन कर चुके हैं।
आहूजा ने बताया कि जेईई-मेन परीक्षा में शामिल होने के लिए 12वीं उत्तीर्ण होना ही पात्रता है। अब ऐसे विद्यार्थी जिनका 12वीं बोर्ड में 75 प्रतिशत एवं कैटेगरी में 65 प्रतिशत नहीं है, क्योंकि देश के कई बड़े तकनीकी शिक्षण संस्थान जो कि एनआईटी व ट्रिपलआईटी के समकक्ष हैं, इनमें प्रवेश के लिए 75 प्रतिशत प्राप्तांकों की बाध्यता नहीं है। विद्यार्थी जेईई-मेन की रैंक एवं एनटीए स्कोर के आधार पर इन कॉलेजों के लिए अलग से आवेदन कर प्रवेश ले सकते हैं।
इन संस्थानों में ट्रिपलआईटी हैदराबाद, दिल्ली, बैंगलुरु, डिटीयू एनएसआईटी दिल्ली, एलएनएमआईआईटी जयपुर, निरमा अहमदाबाद, जेपी नोएडा, थापर पटियाला, जामिया दिल्ली, एआईटी पुणे, आईआईएससी बैंगलुरू शामिल हैं। इसके अतिरिक्त 9 राज्य ऐसे हैं, जिनके इंजीनियरिंग संस्थानों में जेईई-मेन की रैंक के आधार पर ही प्रवेश मिलता है, जिनमें 75 प्रतिशत की बोर्ड पात्रता नहीं है। इनमें राजस्थान, हरियाणा, पंजाब, मध्यप्रदेश, उत्तर प्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र और ओडिशा शामिल हैं।