जैसलमेर एसपी के बेटे ने थानाधिकारी से की अभद्रता, ड्राई डे पर युवती के साथ पी रहा था शराब
राजस्थान पुलिस के जैसलमेर एसपी के बेटे की दादागिरी का मामला सामने आया है। दरअसल क्रिश्चियनगंज थानाधिकारी ने अपने ही थाने में एसपी के बेटे के खिलाफ खुद के साथ अभद्रता, गाड़ी चढ़ाकर मारने का प्रयास, राजकार्य में बाधा सहित अन्य आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज करवाया है। मामले में जब एसपी नाथावत से उनका पक्ष जानने का प्रयास किया तो उन्होंने इस संबंध में कोई जवाब नहीं दिया और बाद में बात करने को कहा।
इस मामले को लेकर थानाधिकारी करण सिंह खंगारोत ने बताया कि 26 जनवरी को गश्त के दौरान उन्होंने सफेद रंग की स्वीफ्ट कार में एक लड़का और लड़की को शराब का सेवन करते देखा। थानाधिकारी के कहना है कि जब पास जाकर उनसे पूछने की कोशिश की तो लड़के ने धमकी देना शुरू कर दिया।
धमकी भरे अंदाज में बोला जो करना है कर ले
थानाधिकारी करण सिंह ने बताया कि अधिक पुछताछ करने पर लड़के ने मेरे सामने ही पैग बनाया और पीते हुए बोला जो करना है करले। इसके बाद अपनी गाड़ी से मेरी साइकिल को टक्कर मारकर आगे चला गया। इस घटना के बाद तुरंत एचएम नरेन्द्र सिंह को फोन कर घटना की सूचना दी। कुछ देर बाद गाड़ी लेकर वह लड़का वापस आया और गाली गलौच करने लगा। इस दौरान हाथापाई में थानाधिकारी को कुछ चोटें भी आई।
आईजी ने दिए जांच के निर्देश
इस मामले को लेकर आईजी रूपिंदर सिंह ने संज्ञान लेकर थानाधिकारी करण सिंह से बातचीत की। इसके बाद मुकदमा दर्ज करवाने के निर्देश दिए गए। आईजी ने इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया।
3 दिन बाद दर्ज हुआ मामला
सवाल यह उठता है कि आखिर ड्राई डे के दिन सुनसान स्थान पर युवती के साथ कार में बैठकर युवक के शराब पीने, थानाधिकारी से अभद्रता व गाड़ी चढ़ाने के प्रयास संबंधी आरोप लगाकर अब मुकदमा दर्ज करवाया गया है तो यह मुकदमा उसी दिन क्यों नहीं दर्ज हुआ। आखिर 3 दिन तक इसमें इंतजार क्यों किया गया? क्या मीडिया के प्रकाश में आने के चलते अब मामला दर्ज करवाया गया है?