गणपति प्लाजा के लॉकर्स उगल रहे ब्लैकमनी! अब तक 9.36 करोड़ का कैश और 7.08 करोड़ का गोल्ड जब्त
Ganpati Plaza Lockers : जयपुर। गणपति प्लाजा के निजी वॉल्ट के लॉकर्स में छिपे धन को लेकर 29 दिन पूर्व शुक्रवार 13 अक्टूबर को शुरू हुई आयकर सर्वे की कार्रवाई शुक्रवार को भी जारी रही। पिछले दो दिन से खुल रहे लॉकर्स में जब्त करने योग्य राशि व नकदी नहीं निकलने से निराश आयकर अधिकारियों के मन की मुराद आज जरूर पूरी हुई। आयकर अधिकारियों ने आज दोपहर करीब 12.30 बजे एक प्रोफेशनल के नाम से खोले गए इन दो लॉकर्स को खोला तो उनमें रखी नकदी और ज्वेलरी आदि देख अधिकारियों का मन प्रसन्न हो गया।
बताया जाता है कि एक लॉकर में अधिकारियों को सात लाख 50 हजार की नकदी और दूसरे लॉकर में एक करोड़ 30 लाख 50 हजार रुपए की नकदी बरामद की। इसके अलावा लॉकर्स से अधिकारियों ने एक करोड़ 61 लाख व 70 लाख रुपए का हिसाब भी बरामद किया।
अधिकारियों को लॉकर्स से 2865 ब्रिटिश पाउण्ड व 9 लाख की 161 ग्राम ज्वेलरी भी मिली, जिसे जब्त किया गया है। विभागीय अधिकारी अब तक यहां से 9.36 करोड़ से अधिक नकदी व करीब 7.08 करोड़ मूल्य का 11414 ग्राम सोना व स्वर्णाभूषण भी जब्त कर चुके हैं। आयकर सर्वे की कार्रवाई यहां फिलहाल जारी है।
15 दिन पूर्व दिया था नोटिस
शुक्रवार को खोले गए लॉकर धारक को आयकर अधिकारियों ने करीब 15 दिन पूर्व अधिकारियों के समक्ष लॉकर खोलने से संबंधित नोटिस जारी किया था। लॉकर धारक की ओर से सहयोग नहीं करने की दशा में अधिकारियों ने आज इस लॉकर को लॉकर निर्माता गोदरेज कम्पनी के कर्मचारियों की मदद से खुलवाया। लॉकर खोलने से पूर्व अधिकारियों ने लॉकर खोलने की सभी औपचारिकताएं पूरी की और कार्रवाई की वीडियोग्राफी कराई।
लॉकर खोलने व इसमें बड़ी मात्रा में नकदी निकलने की संभावनाओं को देखते हुए इस मौके पर रीजनल और नेशनल मीडिया का भी जमावड़ा हो गया। लॉकर से निकाली गई सामग्री को अधिकारी लॉकर संचालक कम्पनी के कार्यालय में ले आए और इसकी मशीन के माध्यम से गणना शुरू की।
लॉकर धारकों का पहुंचना शुरू
आयकर विभाग का नोटिस मिलने के बाद कथित संदिग्ध लॉकर धारक अब अपने लॉकर को खोलने के लिए अधिकारियों के समक्ष पहुंचने लगे हैं। गत बुधवार व गुरुवार को भी यहां ऐसे 9 लॉकर धारक पहुंचे और अपने लॉकर्स खुलवाए, लेकिन इन लॉकर्स में निजी उपयोग की ज्वैलरी दस्तावेज व मामूली नकदी मिली, जिसे जब्त नहीं किया गया।
बताया जाता है कि लॉकर धारक से अधिकारी पहले बयान लेते हैं और उसके बाद स्वतंत्र गवाहों के सामने खोले जा रहे लॉकर की वीडियोग्राफी कराई जाती है, और लॉकर खुलने के बाद उसमें मिली सामग्री का विवरण तैयार किया जाता है, जिसकी एक प्रति आयकर अधिकारी अपने पास सुरक्षित रखते हैं और एक प्रति संबंधित लॉकर धारक को उपलब्ध करा दी जाती है।
चार संदिग्ध लॉकर्स फ्रीज
आयकर अधिकारियों का कहना है कि यदि समय विस्तार के बाद भी लॉकर नहीं खोले जाते हैं तो विभाग ऐसे लॉकर्स को फ्रीज कर देगा और लॉकर धारक सर्वे कार्रवाई समाप्त होने के बाद भी बिना आयकर विभाग की अनुमति के इन लॉकर्स को खोल नहीं सकेंगे। विभाग ऐसे चार संदिग्ध लॉकर्स फ्रीज कर भी चुका है। उधर, विभागीय अधिकारी कुछ और संदिग्ध लॉकर धारकों को चिन्हित करने का प्रयास जारी रखें हैं।
अधिकारियों ने स्पष्ट किया हैकि गणपति प्लाजा स्थित निजी लॉकर संचालक, रोयरा सेफ्टी वॉल्ट के लॉकर्स में जारी आयकर सर्वे के बावजूद यहां लॉकर मालिकों के लॉकर संचालन पर कोई रोक नहीं है, लेकिन फिर भी सीमित संख्या में ही लॉकर मालिक यहां लॉकर खोलने आ रहे हैं। आयकर सर्वे की कार्रवाई शुक्रवार को 30 वें दिन भी जारी रही।
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