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कोरोना काल के दर्द पर सतीश पूनिया का मरहम, 53 विधवा महिलाओं को बांटे आजीविका के साधन

कोरोना काल में विधवा हुई 53 महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिये सतीश पूनिया ने मंगलवार को आमेर इलाके में सिलाई मशीन से लेकर रोजगार के अन्य संसाधन का वितरण किया.
04:52 PM Jun 20, 2023 IST | Avdhesh
कोरोना काल के दर्द पर सतीश पूनिया का मरहम  53 विधवा महिलाओं को बांटे आजीविका के साधन
बीजेपी नेता सतीश पूनिया

जयपुर: राजस्थान विधानसभा में उपनेता प्रतिपक्ष और बीजेपी के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष डॉ सतीश पूनिया लगातार अपने विधानसभा क्षेत्र आमेर में जनता के बीच सक्रिय है जहां रोजगार मेले के बाद पूनिया ने एक और अभिनव पहल की है. जानकारी के मुताबिक पूनिया न अपनेविधानसभा क्षेत्र में महिला सशक्तिकरण की दिशा में महिलाओं को स्वरोजगार व रोजगार से जोड़ने का प्रयास करते हुए कूकस इलाके में कोविड-19 से प्रभावित परिवारों की विधवा महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए सिलाई मशीन एवं रोजगार के अन्य साधन उपलब्ध करवाकर उन्हें संबल देने का काम किया है.

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बता दें कि पूनिया ने हीरो मोटोकॉप, नाथ संस्कृति सेवा संस्थान और भामाशाहों के सहयोग से सभी संसाधन दिए हैं. मालूम हो कि बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष रहने के दौरान पूनिया ने अपने जन्मदिवस पर सेवा सप्ताह कार्यक्रम के तहत 2022 में राजस्थान में कार्यकर्ताओं और भामाशाहों ने सुकन्या समृद्धि योजना के तहत 56 हजार से अधिक बालिकाओं के खाते खुलवाए थे. वहीं अपने जन्मदिन पर ही 2022 में पूनिया ने आमेर में 23 दिव्यांगजनों को स्कूटी वितरण किया था.

53 विधवा महिलाओं को पूनिया का संबल

पूनिया ने इस दौरान कहा कि मैंने अपनी मां को देखा है कि जब जवानी में विधवा हो जाए तो वह अपने बच्चों को कैसे पालती है, इसलिये मैं उन दिनों को याद करता हूं, मेरी मां ने अपना बेटा खो दिया, अपना पति खो दिया, लेकिन फिर भी मां ने हिम्मत नहीं हारी और एक छोटे बच्चे को राजनीति में सतीश पूनिया बनाकर खड़ा कर दिया.

उन्होंने कहा कि उस समय तो मां को अभाव लगता होगा, लेकिन आज जब सुनती है, 90 साल से अधिक उम्र की है, समझती भी है, मैं समझता हूं कि मां को कितनी खुशी होती होगी कि उन तकलीफों को दूर करके आज मां के आदेश की पालना करके कितनी मां और बहनों को स्वाभिमान के साथ हम सब मिलकर संबल देने का काम कर रहे हैं.

वहीं पूनिया ने 14 महिलाओं को कॉमर्सियल सिलाई मशीन एवं सिलाई से संबंधित कच्ची सामग्री, 17 महिलाओं को गाय, 3 महिलाओं को बकरी, 3 महिलाओं को भैंस, 5 महिलाओं को सरकारी नौकरी की तैयारी हेतु ट्यूशन फीस, 4 किराना स्टोर, एक मटका स्टोर, एक ब्यूटी पार्लर, एक जनरल स्टोर, एक साड़ी स्टोर, एक लैपटॉप इत्यादि का वितरण कर कुल 53 महिलाओं के आजीविका की व्यवस्था की.

मैंने अपना फर्ज अदा किया : पूनिया

पूनिया ने इस दौरान कहा कि मानवता की तकलीफ में हम सब लोग एक परिवार की तरह एक-दूसरे के सुख-दुख में खड़े रहें और जब कोई तकलीफ में होता है तो हमारी जिम्मेदारी है, फर्ज है कि मदद के लिये आगे आएं और कोरोनाकाल में समस्त भारत ने पूरी एकजुटता के साथ मदद के लिए आगे हाथ बढ़ाकर पूरी दुनिया में मिसाल कायम की.उन्होंने कहा कि संकट में हम किसी की मदद कर अहसान नहीं करते, बल्कि अपना फर्ज पूरा करते हैं.

पूनिया ने कहा कि मुझे अच्छे तरीके से याद है कि कोरोनाकाल में हमारे नेता हमें दिल्ली से निर्देश देते थे कि लोगों को भोजन बांटो, देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी कहते थे कि कोई भूखा ना सोये, इसलिये जरूरतमंदों की भोजन, राशन की मदद करो, सबको वैक्सीन के लिये प्रेरित करो जिसके बाद राजस्थान और देश के करोड़ों बीजेपी कार्यकर्ताओं ने जरूरतमंदों को सेवा ही संगठन अभियान के जरिये भोजन, राशन, पानी इत्यादि मदद की थी.

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