जल जीवन मिशन घोटाले में बेनकाब होंगे कई बड़े चेहरे! पूर्व मंत्री महेश जोशी के घर ED का छापा
ED Raid Mahesh Joshi House: राजधानी जयपुर में एक बार फिर ईडी ने दस्तक दी है जहां जल जीवन मिशन में हुए करोड़ों के घोटाले की जांच करती हुई केंद्रीय जांच एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम ने एक साथ कई राज्यों में छापेमारी की है. मिली जानकारी के मुताबिक ईडी की 10 टीमों ने बुधवार को जयपुर, दिल्ली और गुजरात 5 लोगों के ठिकानों पर एक्शन लिया है जिसमें गहलोत सरकार में पूर्व मंत्री रहे महेश जोशी के 2 घर, जलदाय विभाग के 2 ठेकेदारों और जलदाय विभाग के 2 अधिकारियों के ठिकाने शामिल हैं.
बताया जा रहा है कि ईडी के कई अधिकारी महेश जोशी के घरों पर कागज खंगाल रहे हैं. बता दें कि जल जीवन मिशन घोटाले में राजस्थान विधानसभा चुनावों के पहले से जांच चल रही है और सूत्रों का कहना है कि ईडी के पास महेष जोशी औऱ जलदाय विभाग के कई अधिकारियों के खिलाफ सबूत मिले हैं.
फर्जी बिलों को लेकर गिर सकती है गाज!
जानकारी के मुताबिक ईडी की टीम जल जीवन मिशन में हुई खरीद के फर्जी बिलों को लेकर जयपुर पहुंची है और इन बिलों को लेकर ही पूर्व मंत्री सहित अधिकारी और ठेकेदारों से पूछताछ की जा रही है. बता दें कि इन बिलों की मंजूरी देने का अधिकार महेश जोशी के विभाग के पास ही था.
मालूम हो कि ईडी की टीम राजस्थान में जल जीवन मिशन परियोजना में कथित अनियमितताओं को लेकर पहले भी पूछताछ कर चुकी है. इससे पहले ईडी की टीम ने राजस्थान में 25 जगहों पर छापा मारा था जिसमें आईएएस सुबोध अग्रवाल के कई ठिकानों पर जांच की गई थी.
चुनावों से पहले ईडी की हुई थी धुंआधार रेड
गौरतलब है कि ईडी राजस्थान में जल जीवन मिशन घोटाले को लेकर लगातार एक्शन मोड में है. वहीं इससे पहले प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत को भी समन जारी किया था. इसके अलावा कांग्रेस प्रमुख गोविंद सिंह डोटासरा के ठिकानों पर भी ईडी ने छापेमारी की थी.
चुनावों के दौरान ईडी की छापेमारी का मुद्दा काफी गरमाया था जहां पूर्व सीएम गहलोत और कांग्रेस लगातार इसे दबाव की राजनीति करार देती रही. गहलोत ने कहा था कि हमारे अध्यक्ष डोटासरा और मेरे बेटे के पास ईडी को कुछ नहीं मिला और सरकार गिराने के लिए ईडी का इस्तेमाल किया जा रहा है.