'लव अफेयर हो गया तो शादी की छूट दें माता-पिता' CM गहलोत बोले- मनचलों का करेंगे पक्का इलाज
जयपुर: राजधानी के सवाई मान सिंह स्टेडियम में शनिवार को राज्य स्तरीय राजीव गांधी ग्रामीण और शहरी ओलंपिक का शुभारंभ किया गया जहां पैर में चोट लगने के बाद सीएम अशोक गहलोत पहली बार सार्वजनिक रूप से किसी कार्यक्रम में शामिल हुए जहां सीएम ने मीडिया से बात करते हुए बीजेपी पर जमकर हमला बोला. वहीं महिला अपराध और कानून व्यवस्था को लेकर भी सीएम ने दो टूक अपनी बात रखी. गहलोत ने कहा कि राजस्थान बहुत ही शांति प्रिय प्रदेश है और अब इसकी तुलना मणिपुर से करके इसे बदनाम करने की कोशिश की जा रही है.
उन्होंने कहा कि कुछ घटनाएं जो हर राज्य में घटनाएं हो रही है लेकिन हमारी पुलिस अपराधियों पर तुरंत एक्शन लेती है. वहीं सीएम ने मनचलों को चेतावनी देते हुए कहा कि कई लड़कियां, बहन-बेटियां बाहर आती है तो मनचले लोग उनसे बदतमीजी करते हैं ऐसे में हम यह बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं करेंगे. मालूम हो कि सीएम ने शुक्रवार को पुलिस अधिकारियों की मीटिंग में मनचलों का "इलाज" करने के निर्देश दिए हैं.
जानबूझकर किया जा रहा माहौल खराब
गहलोत ने कहा कि बीजेपी वाले राजस्थान को मणिपुर बता रहे हैं लेकिन इनको मध्यप्रदेश की घटनाएं नहीं दिखती जहां बीजेपी का एमएलए, पूर्व एमएलए का बेटा अपराध में शामिल है. वहीं जोधपुर में दो-तीन एबीवीपी के लड़के सामूहिक दुष्कर्म करते हैं. सीएम ने कहा कि अपने कार्यकर्ताओं की वह कभी भी चर्चा नहीं करेंगे.
वहीं उन्होंने लगातार बढ़ते अपराधों पर कहा कि हमें मिलकर समाज को शिक्षित करें और मोटिवेट करें तथा परिवार में बच्चों का ध्यान रखें और सामूहिक जिम्मेदारी की तरह इसको देखें.
'मां-बाप बच्चों की समझाइश करें'
सीएम ने कहा कि अगर कोई लड़का-लड़की बिना पूछे घर से चले जाते हैं तो ऐसी नौबत क्यों आती है हमें यह देखना होगा. उन्होंने कहा कि परिवार के लोगों को बच्चों का ख्याल रखना चाहिए और पता करना चाहिए कि उनके दिलों-दिमाग में क्या चल रहा है? सीएम ने कहा कि कई बच्चे आत्महत्या कर लेते हैं और ऐसी घटनाएं आए दिन सामने आ रही है लेकिन ये कैसे रूकेंगी हमें यह सोचना चाहिए.
उन्होंने कहा कि जब मां-बाप को दिल बड़ा हो तो अगर किसी का मान लीजिए लव अफेयर्स है तो मां-बाप को चाहिए कि समझाइश करें, उनको शादी करने की छूट दे लेकिन वो अपनी प्रतिष्ठा का सवाल बनाकर बैठ जाते हैं और फिर बच्चे गुस्सा करके बाहर निकल जाते हैं. गहलोत ने हाल में हुई ब्यावर की घटना का उदाहरण भी दिया.
कानून के साथ जागरुकता भी जरूरी
सीएम ने आगे कहा कि इस तरह की घटनाओं पर राजस्थान पुलिस लगातार काम कर रही है और महज दो घंटे में, चार घंटे में हम आरोपियों-मुल्जिमों को गिरफ्तार कर रहे हैं जो कि कोई कम बात नहीं है. सीएम ने कहा कि कल भीलवाड़ा की घटना थी जिसमें चारों-पांचों मुलजिम को गिरफ्तार कर लिया गया है और पुलिस क्या कर सकती है?
वहीं सीएम ने आगे कहा कि मैंने पुलिस को कड़े निर्देश दिए हैं कि जो मनचले टाइप लोग हैं उन्हें किसी कीमत पर बर्दाश्त मत करो और भीलवाड़ा मामले में भी हमारी कोशिश है कि जल्दी हम चालान पेश करें और कोर्ट से एक महीने के अंदर फैसला हो जाए.