जयपुर नगर निगम के सफाई कर्मचारियों की हड़ताल, न घरों से उठा कचरा, न ही शहर में लगा झाड़ू
जयपुर नगर निगम के सफाई कर्मचारियों ने प्रशासन के खिलाफ बिगुल फूंक दिया है। आज से सभी सफाई कर्मचारी हड़ताल पर चले गए हैं। कर्मचारियों मे तो प्रशासन को अल्टीमेटम भी दे दिया है कि जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं होंगी तब तक उनका कार्य बहिष्कार जारी रहेगा। बता दें कि बीते मंगलवार को सभी सफाई कर्मचारियों ने बैठक की थी। जिसके बाद उन्होंने कार्य बहिष्कार का ऐलान कर दिया था। कर्मचारियों की कुछ मांगे हैं जिनके पूरी न होने पर वे आक्रोशित हैं।
8 हजार से भी ज्यादा कर्मचारी हड़ताल पर
बता दें कि नगर निगम ग्रेटर और हेरिटेज को मिलाकर पूरे जयपुर में करीब 8 हजार से भी अधिक सफाई कर्मचारी हैं जो आज से हड़ताल पर हैं। आज तो शहर में कहीं पर भी झाड़ू तक नहीं लगा। न ही डोर टू डोर कचरा उठाने वाले हूपर आईं। लोगों को भी काफी मुश्किलें सामना करना पड़ा। उन्हें कचरा या तो अपने घर के बाहर के कोने में रखना पड़ा या फिर खाली पड़े प्लाटों में फेंकना पड़ा।
बीते मंगलवार को सफाई कर्मचारी यूनियन के सैकड़ों कर्मचारी और संगठन के पदाधिकारी नगर निगम ग्रेटर मुख्यालय पर जुटे और प्रदर्शन किया। अब वे 17 सूत्रीय मांगों को लेकर हड़ताल पर बैठ गए हैं। कर्मचारियों का कहना है कि आंदोलन के तहत डोर टू डोर कचरा संग्रहण के लिए अगर जो हूपर घरों पर जाएंगे उन्हें भी रोका जाएगा। इस तरह ही आंदोलन का व्यापक असर पड़ेगा और सरकार को हमारी मांगों पर विचार करना पड़ेगा।
सफाई कर्मचारियों की ये हैं मांगे
1- सफाई कर्मचारियों के 4500 रिक्त पदों पर भर्ती
2- इस भर्ती में 2018 से पहले मस्टर रोल पर लगे कर्मचारियों को मिले प्राथमिकता
3- 1995 से पहले कोई कर्मचारी 45 वर्ष की आयु के बाद गंभीर बीमारी से पीड़ित हो जाता था, तो उसके परिवार के किसी भी आश्रित मिले नौकरी। दूसरे राज्यों में यह व्यवस्था लागू है।
4- सफाई कर्मचारियों की भर्ती में वाल्मीकि समाज को शत प्रतिशत आरक्षण दिया जाए।
5- सफाई कर्मचारियों की भर्ती नियमों में संशोधन किया जाए।
6- नगरीय निकायों के कर्मचारियों का वेतन राज्य निधि कोष से दिया जाए।
7- रिटायर्ड सफाई कर्मचारियों और मृतक कर्मचारियों के परिजनों को ग्रेच्युएटी, पीएल या पीएफ का भुगतान हो।
8- सफाई कर्मचारियों के RGHS कार्ड बनवाए जाएं।