Jaipur Literature Festival: 16वें संस्करण का आज होगा आगाज, कड़ाके की ठंड के बीच बतियाएंगे शब
जयपुर। गुलाबी नगरी में ‘गुलाबी ठंड’ के बीच शब्द बतियाएंगे। मौका होगा साहित्य उत्सव जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल 2023 का, जो कि गुरुवार से होटल क्लार्क्स आमेर में आगाज होगा। इसमें 21 भारतीय और 14 अंतरराष्ट्रीय भाषाओं को 5 वेन्यू पर प्रस्तुत किया जाएगा। जयपुर 350 वक्ताओं की मेजबानी करेगा, जिसमें नोबेल, बुकर, पुलित्जर, साहित्य अकादमी, बैली गिफर्ड, पेन अमेरिका लिटरेरी अवाॅर्ड, जेसीबी प्राइज से सम्मानित लेखक हिस्सा लेंगे।
की-नोट एड्रेस देंगे नोबेल विजेता गुरनाह
फेस्टिवल की शुरुआत कर्नाटक गायिका सुषमा सोम के मधुर संगीत के साथ होगी। फेस्टिवल के को-डायरेक्टर्स नमिता गोखले व विलियम डेलरिम्पल और फेस्टिवल के प्रोडूसर संजॉय के. रॉय उदघाटन संभाषण देंगे। की-नोट एड्रेस देंगे नोबेल प्राइज विजेता अब्दुल रजाक गुरनाह। नमिता गोखले ने बताया कि फेस्टिवल का उद्देश्य किताबों, विचारों और साझा वक्तव्य के माध्यम से खुशी का प्रसार करना है। विलियम डेलरिम्पल ने कहा कि इस साल हम दुनिया के श्रेष्ठ उपन्यासकारों और कवियों, इतिहासकारों और जीवनीकारों, वैज्ञानिक और अर्थशास्त्री, कलाकार और कला इतिहासकारों को एक मंच पर प्रस्तुत करेंगे।
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एक हेरिटेज इवनिंग का आयोजन भी
फेस्टिवल में 22 जनवरी को गणेश पोल, आमेर फोर्ट, जयपुर में एक हेरिटेज इवनिंग भी आयोजित की जाएगी। इस शाम में आहुति फीचरिंग नृत्यग्राम और चित्रसेना डांसर्स शानदार प्रस्तुति देंगे। इनका साथ देंगे शेयर्ड ड्रीम्स बाय हरप्रीत एंड जॉर्ज ब्रुक्स। एक खास शाम का आयोजन आइकोनिक रामबाग पैलेस में करेगा। रामबाग पैलेस के जनरल मैनेजर अशोक राठौर ने कहा कि इस शाम के शानदार सितारों में लेखक, वक्ता और साहित्य प्रेमियों सहित सभी नामी हस्ती शामिल होंगी।
इन विषयों पर होगी चर्चा
फेस्टिवल में जलवायु परिवर्तन, महिलाओं की आवाज और पहचान, अपराध कथा, संस्मरण, अनुवाद, काव्य आदि पर चर्चा होगी। साथ ही अर्थव्यवस्था, टेक मोरालिटी और आर्टिफिशल इंटेलीजेंस, कृषि में वैश्विक संकट, रूस-यूक्रेन विवाद, भारत के 75 वर्ष, विभाजन की याद, जिओपॉलिटिक्स, कला और फोटोग्राफी, स्वास्थ्य और मेडिसिन पर भी विशेषज्ञ विमर्श करेंगे।
निर्बाध चलेगा विचारों का प्रवाह
फेस्टिवल के इन पांच दिनों में श्रोताओ को विचारों का स्वतंत्र प्रवाह चलेगा। टीम वर्क के मैनेजिंग डायरेक्टर और जयपुर लिटरेचर फे स्टिवल के प्रोड्यूसर संजॉय के. रॉय ने कहा कि हम बदलती दुनिया और भिन्न विचारों को भारत और समस्त विश्व की समृद्ध साहित्यिक विरासत के जरिए समझने की कोशिश करेंगे।