30 करोड़ का लेनदेन बोगस, 10 ठिकाने और 3 दिन…जानें- IT रेड में बंसल के पास से क्या-क्या मिला?
जयपुर। आयकर विभाग (Income Tax Department) की जयपुर में चल रही छापेमारी में विभागीय अधिकारियों ने अब तक 20 लाख रुपए की नकदी और 30 लाख की ज्वैलरी जब्त की हैं। तीन दिन जारी इस कार्रवाई में गुरुवार को अधिकारियों ने पांच ठिकानों पर कार्रवाई पूरी कर इसको समाप्त किया। हालांकि, विभाग की अन्वेषण शाखा की मंगलवार को जयपुर जिले में 10 ठिकानों पर शुरू हुई आयकर छापेमारी में तीसरे दिन गुरुवार को 5 ठिकानों पर छापेमारी जारी रही।
आयकर छापेमारी (IT Raids) में विभागीय अधिकारियों से सर्कुलर ट्रेडिंग गतिविधियां पकड़ी हैं। दस्तावेजी जांच में अधिकारियों ने 4 फर्मों से किया गया करीब 30 करोड़ का लेनदेन बोगस माना। इसके अलावा छापेमारी का निशाना बने समूह की कम्पनियों की स्टॉक पुस्तिकाओं में भी बड़ी गड़बड़ी मिलने की सूचना है।
3 लॉकर खोले, 3 लॉकर्स खुलना बाकी
विश्वस्त सूत्रों के अनुसार आयकर छापेमारी की यह कार्रवाई स्नेहा समूह (Sneha Group) के कर्ताधर्ता विशाल बंसल (Vishal Bansal), उनकी पत्नी निकिता बंसल और इनके कारोबारी सहयोगियों के ठिकानों पर की। आयकर अधिकारियों को छापेमारी में 6 लॉकर्स मिले, जिनमें से तीन गुरुवार को खोल लिए गए और तीन अभी खुलना शेष है। बताया जाता है कि लॉकर्स में कुछ दस्तावेज मिले हैं, जिनकी विस्तृत जांच होगी। उल्लेखनीय है कि अपर्याप्त आयकर भुगतान और वित्तीय संस्थाओं से मिलने वाली सुविधाओं का लाभ उठाने के लिए सर्कुलर ट्रेडिंग की सूचनाओं के आधार पर आयकर विभाग की जयपुर अन्वेषण शाखा ने इस कार्रवाई की शुरुआत की।
इनके यहां हुई छापेमारी
आयकर विभाग की अन्वेषण शाखा की यह छापेमारी जयपुर के सी-स्कीम, बनीपार्क, जवाहर नगर, एमआई रोड के अलावा विश्वकर्मा और बगरु औद्योगिक क्षेत्रों के अलावा दूदू में की। बताया जाता है कि स्नेहा समूह सिंथेटिक पॉलिमर्स से पैकिं ग मैटेरियल और सिंथेटिक शीट आदि के उत्पादन से जुड़ा है।
कार्रवाई का निशाना स्नेहा समूह की स्नेहा पॉलिमर्सप्राइवेट लिमिटेड, स्नेहा ऑलिफिन्स प्रा.लि. और श्री तिरुपति इण्डस्ट्रीज भी बनी। इन कम्पनियों के कार्यालयों से भी आयकर अधिकारियों ने अनेक डिजिटल डॉटा जुटाएं हैं, जिसका विश्लेषण होगा। 5 ठिकानों पर आयकर छापेमारी की कार्रवाई गुरुवार देर रात तक जारी रही।
करोड़ों का हिसाब-किताब मिलने की संभावना
हालांकि, जिन 5 ठिकानों पर आयकर छापेमारी जारी है, वहां पर करोड़ों रुपए का हिसाब-किताब मिलने की संभावना जताई जा रही है। यहीं कारण है कि प्रत्येक दस्तावेज की जांच को लेकर कार्रवाई 3 दिन तक जारी रही। हालांकि, कितना हिसाब-किताब मिला है। इसका खुलासा विभाग की टीम कार्रवाई समाप्त होने के बाद ही करेगी।
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