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'साब आप खुद लेट आते हो' जवाब देने वाले कर्मी पर गिरी गाज तो बोला-मैं इस्तीफा देने को मजबूर

ऑफिस में देरी से आने पर अधिकारी द्वारा दिया गया कारण बताओ नोटिस की जवाब में अधिकारी पर उंगली उठाने वाले जयपुर डिस्कॉम के कर्मचारी अजित सिंह को सस्पेंड कर दिया गया।
12:06 PM Jul 19, 2023 IST | Anil Prajapat

Jaipur Discom Dispute : कोटा। ऑफिस में देरी से आने पर अधिकारी द्वारा दिया गया कारण बताओ नोटिस की जवाब में अधिकारी पर उंगली उठाने वाले जयपुर डिस्कॉम के कर्मचारी अजित सिंह को सस्पेंड कर दिया गया। मंगलवार शाम अजित सिंह का निलंबन आदेश जारी किया गया। निलंबन आदेश में अजित को करौली मुख्यालय में उपस्थिति देने को कहा गया है।

अजीत सिंह को 14 जुलाई को जोनल चीफ इंजीनियर जी एस बैरवा ने कार्यालय में अनुपस्थित देखकर कारण बताओ नोटिस दिया गया था जिस पर अजीत सिंह ने जवाब दिया था कि आप स्वयं देर से आते हैं इसलिए मैं भी समय पर नहीं आता हूं । यह जवाब मिलने पर जयपुर डिस्कॉम के कोटा से लेकर जयपुर तक विराजे अधिकारियों ने अवमानना समझ लिया।

जिसके परिणामस्वरूप मंगलवार शाम ऑडिट ब्रांच में कॉमर्शियल असिस्टेंट के पद पर कार्यरत दिव्यांग अजित सिंह को सस्पेंड कर दिया। जयपुर विद्युत वितरण निगम ने आदेश जारी कर अनुशासनात्मक कार्रवाई की बात करते हुए सिंह को कोटा ऑफिस से हटाकर करौली मुख्यालय में ड्यूटी देने के आदेश जारी कर दिया गया।

अजीत बोला-नहीं मिला न्याय तो जाऊंगा कोर्ट

अजित सिंह ने निलंबन आदेश का भी प्रतिकार करते हुए जेवीवीएनएल के एमडी को पत्र लिखा है कि मुझे बिना कारण निलंबित कर दिया। मेरी दिव्यांगता को देखते हुए विनती है कि इस केस की जांच करें। यदि मुझे न्याय नहीं मिला तो न्यायालय की शरण में जाऊंगा। इसमें उन्होंने आरोप लगाया कि दबाव बनाकर उसे राजीनामे के लिए मजबूर किया गया।

जबरदस्ती आदेश के कारण मैं इस्तीफा देने को मजबूर

अजित ने कहा, मैं अपनी विकलांगता के कारण कहीं भी सेवा करने में असमर्थ हूं क्योंकि आपने मुझे बिना किसी कारण के निलंबित कर दिया है और मेरा मुख्यालय करौली कार्यालय में किया है, जो मेरे लिए बहुत दूर है। विकलांगता के कारण मेरे लिए वह उपयुक्त स्थान नहीं है क्योंकि आप जानते हैं कि मुझे अपने जीवनयापन के लिए हमेशा एक परिचारक की आवश्यकता होती है। उन्होंने प्रबंध निदेशक से आग्रह किया कि कृपया मामले की जांच करें। मैं जांच पूरी होने तक अपने गृह नगर जा रहा हूं। आपके जबरदस्ती आदेश के कारण मैं इस्तीफा देने को मजबूर हूं।

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