Rajasthan: 110 किलोमीटर के रिंग रोड से बदलेगी जयपुर की कनेक्टिविटी
राजस्थान सरकार ने एक महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचा परियोजना को हरी झंडी दे दी है, जो जयपुर के चारों ओर 110 किलोमीटर लंबी उत्तरी रिंग रोड है, जिस पर अनुमानित ₹6,500 करोड़ का निवेश होगा। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने दिसंबर 2024 में राइजिंग राजस्थान समिट में कनेक्टिविटी और आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के लिए इस महत्वपूर्ण परियोजना की घोषणा की।
उत्तरी जयपुर रिंग रोड परियोजना का मुख्य विवरण
लंबाई: 110 किलोमीटर
निवेश: ₹6,500 करोड़
कार्यान्वयन एजेंसियां: भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) और जयपुर विकास प्राधिकरण (जेडीए)
उद्देश्य: कनेक्टिविटी बढ़ाना, यातायात की भीड़भाड़ को कम करना और क्षेत्रीय विकास को बढ़ावा देना। यह बेहतर बुनियादी ढांचा माल और लोगों की सुचारू आवाजाही के लिए महत्वपूर्ण है।
भूमि अधिग्रहण और किसान मुआवजा
मंत्री गडकरी ने भूमि अधिग्रहण के लिए निष्पक्ष दृष्टिकोण पर जोर देते हुए प्रस्ताव दिया कि नए बाईपास के पास विकसित भूमि का 40% मूल भूमि मालिकों (किसानों) को वापस आवंटित किया जाए। इस अनूठे मॉडल का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि बुनियादी ढांचे के विकास के कारण भूमि के मूल्य में वृद्धि से किसानों को सीधे लाभ मिले।
शिखर सम्मेलन के दौरान, मंत्री गडकरी ने ऐसी परियोजनाओं की परिवर्तनकारी क्षमता पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा, " इन सड़कों के निर्माण के बाद भूमि की कीमतें पाँच गुना तक बढ़ सकती हैं , जिससे स्थानीय समुदायों को सीधे लाभ होगा।" उन्होंने आर्थिक विकास के लिए कुशल परिवहन नेटवर्क के महत्व को भी रेखांकित किया, खासकर उन क्षेत्रों के लिए जो ट्रक द्वारा माल की आवाजाही पर निर्भर हैं ।
अतिरिक्त सड़क परियोजनाओं की घोषणा
उत्तरी रिंग रोड के अलावा, 30,000 करोड़ रुपये के निवेश वाली कई अन्य परियोजनाओं का अनावरण किया गया:
कोटपुतली से आगरा ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे: ₹6,800 करोड़ का निवेश, सितंबर 2025 तक पूरा होने की उम्मीद।
जयपुर-किशनगढ़-जोधपुर से अमृतसर राजमार्ग: ₹12,000 करोड़ का निवेश, इसकी विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) पर काम अभी चल रहा है।
क्षेत्रीय विकास पर प्रभाव
उत्तरी रिंग रोड जयपुर और उसके आस-पास के इलाकों में आर्थिक विकास के लिए उत्प्रेरक साबित होगी। बेहतर सड़क ढांचे से पर्यटन को बढ़ावा मिलने, व्यापार को सुगम बनाने और रोजगार के कई अवसर पैदा होने की उम्मीद है, जिससे राजस्थान की समृद्धि का मार्ग प्रशस्त होगा।