जेल परिसर में बैठे जेल प्रहरियों का अनशन खत्म, 21 कर्मचारियों को अस्पताल से छुट्टी
अलवर। केंद्रीय कारागृह में कार्यरत जेल प्रहरियों द्वारा लगातार वेतन विसंगति की मांग को लेकर किया जा रहा अनशन बीती रात खत्म हो गया। अनशन कर रहे 21 कर्मचारियों की अनशन स्थल पर तबीयत खराब होने के चलते उनको राजीव गांधी सामान्य अस्पताल में भर्ती कराया था। जेल प्रहरी मनोज कुमार ने बताया की काफी लंबे समय वेतन विसंगति की मांग चली आ रही है जिस पर सरकार ध्यान नहीं दे रही है। कर्मचारियों ने 13 जनवरी से अपनी मांगो को लेकर जेल परिसर में अनशन कर धरना शुरू किया था।
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बीती रात को सीएम अशोक गहलोत ने डीजीपी जेल को बुलाकर वार्ता की। सरकार ने कहा हे कि पुलिस और आरएसी की तरह वेतन दिए जाएंगे। उन्होंने बताया कि 2017 से राज्य सरकार के साथ जो समझौता हुआ था उसको सरकार ने लागू नहीं किया है। इसके अलावा पुलिसकर्मियों और जेल पहरी के वेतन में 1998 से अंतर चला रहा है इसलिए उन्होंने सरकार से मांग की है।
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वेतन विसंगति की मांग है उसको पूरा किया जाए। वही वेतन विसंगति की मांग को लेकर अनशन कर धरना दे रहे लोगों से शनिवार को कैबिनेट मंत्री टीकाराम जूली मिले थे और उन्होंने उनको आश्वासन दिया कि जल्द ही कर्मचारियों की वेतन विसंगति की मांग को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से बात कर समस्या का समाधान किया जाएगा। अलवर में 80 जेल कर्मी अनशन पर थे। राज्य में 500 जेल कर्मियों की तबीयत खराब हुई थी।