सनी देओल की 'जाट' पर विवाद, धार्मिक भावनाएं आहत करने के आरोप
सनी देओल और रणदीप हुड्डा की फिल्म 'जाट' पर विवाद खड़ा हो गया है। एक सीन के कारण इस फिल्म पर धार्मिक भावनाएं आहत करने का आरोप लगा है। फिल्म का पंजाब में खूब विरोध किया जा रहा है, और मेकर्स के खिलाफ FIR की मांग उठने लगी है। 'जाट' 10 अप्रैल को थिएटर्स में रिलीज हुई थी, और अब जाकर इसके एक सीन पर बवाल खड़ा हुआ है
दरअसल, सनी देओल स्टारर 'जाट' में एक चर्च का सीन है, जिससे ईसाई समुदाय की भावनाएं आहत हो गई हैं। समुदाय ने 'जाट' में एक सीन को आपत्तिजनक बताया है, और साथ ही मेकर्स को अल्टीमेटम दिया है कि वो इस पर दो दिन में एक्शन लें, नहीं तो विरोध और ऊंचे लेवल का हो जाएगा। साथ ही 'जाट' के मेकर्स के खिलाफ FIR दर्ज करने की भी मांग की है।

फिल्म पर रोक की मांग
इस मामले में को लेकर ईसाई समुदाय ने जालंधर के जॉइंट पुलिस कमिश्नर को एक लिखित शिकायत भी दी, जिसमें 'जाट' पर रोक लगाने की भी मांग की गई। ईसाई समुदाय ने यह भी कहा कि अगर दो दिनों के अंदर FIR दर्ज नहीं की गई, तो वह पंजाब में सिनेमा हॉल्स का घेराव करेंगे। सोमवार, 14 अप्रैल को ईसाई समुदाय के लोग सिनेमाघरों का घेराव करने वाले थे, पर पुलिस ने उन्हें किसी तरह समझाया और रोक लिया। इसके बाद पुलिस में शिकायत दर्ज की गई।

क्या है शिकायत
शिकायत में कहा गया है कि एक सीन में रणदीप चर्च के अंदर खड़े हुए हैं और मारपीट और खून-खराबा कर रहे हैं। चर्च में ईसाई समुदाय के लोग प्रार्थना कर रहे हैं, लेकिन वहां रणदीप यीशु मसीह की तरह खड़े हो जाते हैं और कहते हैं कि उन्हें यीशु मसीह ने भेजा है। रणदीप गुंडों को धमका रहे हैं। वह पहले कहते हैं कि तुम्हारा प्रभु यीशु मसीह सोया हुआ है और उसने मुझे भेजा है। जिसके बाद रणदीप हुड्डा सभी को गोलियां मारना शुरू कर देते हैं। ऐसे सीन्स देखकर लगता है कि फिल्म में ईसाई धर्म के खिलाफ एक सोची-समझी साजिश के तहत यह गुंडागर्दी दिखाने की कोशिश की गई है।