ईरान और इजराइल युद्ध में अमेरिका की "वाइल्ड कार्ड एंट्री" :जाने क्या है पूरा मामला?
Iran-Israel War Updates:13जून से ईरान-इजरायल के बीच शुरू हुए युद्ध का आज 11वां दिन है. अभी तक के जंग में दोनों देशों में जान-माल का भारी नुकसान हुआ है. लेकिन इस जंग में रविवार को नया मोड़ तब आया जब अमेरिका खुले तौर पर इस जंग में शामिल हो गया. अमेरिका ने ईरान पर हमला करते हुए उसके तीन परमाणु स्थलों को निशाना बनाया है. जिनमें "फोर्डो, नतांज और एस्फाहान" शामिल हैं. इस हमले को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने प्रेस कॉन्फ्रेंस भी की. जिसमें उन्होंने अमेरिका सेना को हमले की बधाई दी. ट्रंप ने कहा, हमने उनके परमाणु ठिकानों को निशाना बनाया, अब ईरान को शांति के रास्ते पर आना चाहिए. अमेरिकी हमले के बाद यह जंग और तेज हो गया है. ईरान ने इजरायल में कई मिसाइलें दागी. अब ईरान इस जंग में रूस का साथ हासिल करने की कोशिश में जुटा है. इसके लिए ईरान के विदेश मंत्री आज मास्को रवाना हो रहे हैं
युद्ध के दुष्प्रभाव
मिडिल ईस्ट में इजरायल और ईरान के बीच टकराव लगातार बढ़ता ही जा रहा है। अमेरिकी हमलों के बाद ईरान होर्मुज जलडमरूमध्य (Strait of Hormuz) को बंद कर सकता है, जो पूरी दुनिया में कच्चे तेल के लिए ट्रेड रूट्स में सबसे अहम है। सामरिक मामलों के एक्सपर्ट ने रविवार को कहा कि अरब सागर से जोड़ने वाले होर्मुज जलडमरूमध्य पर जहाजों की आवाजाही के बाधित हो जाने से भारत की ऊर्जा सुरक्षा के साथ-साथ वैश्विक और क्षेत्रीय लेवल पर काफी असर पड़ेगा ।
ईरान की धमकी
ईरान की तीन न्यूक्लियर साइट्स पर अमेरिका की बमबारी के बाद ईरान ने संकेत दिया है कि होर्मुज जलडमरूमध्य को शिपिंग के लिए बंद करना, अपने विरोधियों पर दबाव बनाने के लिए एक ऑप्शन हो सकता है। दुनियाभर में प्रतिदिन लगभग 30 फीसद तेल और एक तिहाई एलएनजी की आपूर्ति इस जलडमरूमध्य के रास्ते की जाती है। इसके बंद होने से वैश्विक आपूर्ति में कटौती होगी। इससे तेल की कीमतों में उछाल आएगा।