महंगाई राहत कैंप: झूठी वाहवाही लूटने की होड़ कोटखावदा के वीडियो को जोधपुर का बताया
जयपुर। सरकारी योजनाओं में गफलत और गड़बड़ी के किस्से तो कई सुनाई और दिखाई दे जाते हैं। लेकिन योजनाओं के प्रचार को लेकर गफलत और गड़बड़ी कम ही दिखाई देती है। ऐसा ही एक मामला नजर आया है मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के ड्रीम महंगाई राहत कैंपों के प्रचार को लेकर। इन कैंपों के प्रचार-प्रसार को लेकर एक बुजुर्ग लाभार्थी का वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में महंगाई कैंप से निकलने के बाद बुजुर्ग लाभार्थी उत्साहित नजर आ रहा है, उसका वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
लेकिन मजेदार बात यह है कि यह व्यक्ति किस महंगाई कैंप से निकलकर इतना उत्साहित और खुश नजर आ रहा है, इसका दावा करने को लेकर प्रदेश के अफसरों में सोशल मीडिया पर होड़ मची हुई है। कैंप से बाहर निकल रहे इस बुजुर्ग का वीडियो जोधपुर कलेक्टर के ऑफिशल ट्विटर हैंडल पर शेयर किया गया है। पोस्ट पर लिखा गया है कि जोधपुर के तिंवरी के एक महंगाई राहत कैंप से राहत की गारंटी मिलने के बाद मुग्ध मुद्रा में घर लौटा एक बुजुर्ग।
वहीं इस बुजुर्ग के इसी वीडियो को जयपुर कलेक्ट्रेट के ऑफिशल टि्वटर हैंडल से शेयर किया गया है। जयपुर कलेक्टर की पोस्ट पर लिखा गया है कि राजस्थान में महंगाई राहत का हक सभी को यूं ही मिलेगा हर चेहरा यूं ही खिलेगा। इस बुजुर्ग को इस पोस्ट में जयपुर के कोटखावदा तहसील का निवासी बताया गया है। सोशल मीडिया पर अब इस बुजुर्ग के वीडियो को लेकर तेजी से इस बात पर भी बहस छिड़ी हुई है कि आखिर यह वीडियो जयपुर का है या मुख्यमंत्री के गृह जिले जोधपुर का।
सच बेधड़क की पड़ताल, वीडियो जयपुर का
महंगाई राहत कैंप को लेकर वायरल हुए इस वीडियो को लेकर सच बेधड़क की पड़ताल में सामने आया कि यह वीडियो वाकई में जयपुर के कोटखावदा के एक महंगाई कैंप से निकलते बुजुर्ग का है। जिसे वही की तहसीलदार ने खुद ने शूट किया था और उसके बाद सोशल मीडिया पर वायरल किया था। बुजुर्ग का नामकालूराम मीना पुत्र ग्यारसी लाल मीणा हरिनारायणपुरा, तहसील कोटखावदा निवासी सामने आया है। अब सवाल यह उठता है कि आखिर मुख्यमंत्री के महंगाई राहत के सपने को पूरा करने में जुटी प्रदेश की अफसरशाही क्या झूठी वाहवाही बटोरने की होड़ में उलझी हुई है।
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