RSS प्रमुख मोहन भागवत राजस्थान दौरे पर,बारां में बोले," भारत की प्रतिष्ठा तभी बढ़ सकती है, जब वह मजबूत बनेगा"
RSS Mohan Bhagvat: राजस्थान के बारां जिले में RSS चीफ मोहन भागवत ने कृषि उपज मंडी में स्वयंसेवकों की सभा को संबोधित किया. जिसमें उन्होंने कहा कि दुनिया में भारत की प्रतिष्ठा देश की मजबूती के कारण है. मजबूत देश के लोगों की सुरक्षा तभी संभव है, जब उनका राष्ट्र मजबूत होगा।
आरएसएस प्रमुख डॉ. मोहन राव भागवत पांच दिवसीय बारां जिले के दौरे पर है। RSS प्रमुख भागवत ने शनिवार को कृषि उपज मंडी में स्वयंसेवकों की सभा को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि कमजोर देश के लोगों को देश छोड़ना पड़ सकता है, लेकिन भारत की प्रतिष्ठा तभी बढ़ सकती है, जब वह मजबूत बनेगा.
डॉ. मोहन भागवत ने कहा कि दुनिया में भारत की प्रतिष्ठा देश की मजबूती के कारण है. मजबूत देश के लोगों की सुरक्षा तभी संभव है, जब उनका राष्ट्र मजबूत हो. अन्यथा कमजोर देश के लोगों को देश छोड़ने का आदेश दिया जाता है. भारत का विकास होना हर नागरिक के महत्वपूर्ण है.
मोहन भागवत ने फिर दोहराया कि भारत एक हिंदू राष्ट्र है. हम प्राचीन काल से यहां रह रहे हैं, हालांकि हिंदू नाम बाद में आया. यहां रहने वाले भारत के सभी संप्रदायों के लिए हिंदू शब्द का इस्तेमाल किया जाता था. हिंदू सभी को अपना मानते हैं और सभी को स्वीकार करते हैं. हिंदू कहता है कि हम सही हैं और आप भी अपनी जगह सही हैं . एक दूसरे से लगातार संवाद करते हुए सद्भावना से रहें. भागवत ने कहा कि स्वयंसेवकों को हर जगह संपर्क करना चाहिए.'' कार्यक्रम के दौरान 3827 कार्यकर्ता मौजूद थे.
संघ की कार्यशैली के बारे में उन्होंने कहा कि संघ का कार्य यांत्रिक नहीं बल्कि विचारों पर आधारित है.दुनिया में ऐसा कोई कार्य नहीं है जिसकी तुलना संघ के कार्य से की जा सके.संघ की तुलना किसी से नहीं की जा सकती. संघ से संस्कार समूह नेता में, समूह नेता से स्वयंसेवक में और स्वयंसेवक से परिवार में जाते हैं.परिवार के एकत्र होने से समाज का निर्माण होता है. संघ में व्यक्ति विकास की यही पद्धति है.