सरिस्का अभयारण्य में बाघों का बढ़ा कुनबा, बाघिन ST- 14 ने दो शावकों को दिया जन्म
अलवर के सरिस्का बाघ परियोजना से एक बेहद सुखद खबर सामने आई है। सरिस्का में अब बाघों का कुनबा बढ़ गया है। यहां बाघिन ST-14 ने दो शावकों को जन्म दिया है, जिससे अब बाघों का यह कुनबा में सदस्यों की संख्या बढ़कर 27 हो गई है।
2 महीने की है शावकों की उम्र
इन नवजात शावकों की अठखेलियों की यह तस्वीरें कैमरे में ट्रैप हुई हैं। सरिस्का के अकबरपुर रेंज के डाबला सुकोला क्षेत्र में ये शावक दिखाई दिए हैं। बाघिन एस टी 14 कैमरा ट्रैप में दो शावकों के साथ जंगल में घूमती नजर आ रही है। इन शावकों की उम्र लगभग 2 महीने की है।
बाघिन और शावकों की बढ़ाई गई सुरक्षा
कैमरे में दोनों नवजात शब्दों के मूवमेंट सामान्य नजर आ रहे हैं इसे लेकर सरिस्का प्रशासन ने बाघिन एस टी 14 और उसके दोनों शावकों की सुरक्षा बढ़ा दी है।
सरिस्का सीसीएफ आर एन मीणा ने बताया कि डाबली गांव और सुकोला को विस्थापित किए जाने के कारण बाघिन एस टी 14 का इसी क्षेत्र में मूवमेंट रहता है।
चार-पांच दिनों से बाघिन ST-19 के शावक भी आ रहे नजर
बता दे कि सरिस्का से इन दिनों काफी अच्छी खुशखबरी आ रही है बाघिन ST-19 के दो शावकों के जंगल में अठखेलियां करते हुए देखे जा रहे हैं। सरिस्का घूमने आने वाले लोगों के लिए यह नजारा बेहद रोमांचक लग रहा है। इसके चलते पर्यटकों की संख्य़ा में भी अचानक बढ़ोतरी हुई है, यहां आने वाले पर्यटक बाघिन और शावकों की इन अठखेलियों को अपने कैमरे में भी आसानी से कैद हो गई।
बाघों को देखने के लिए बड़ी संख्या में आ रहे हैं पर्यटक
बाला किला बफर जोन क्षेत्र में कई दिनों से इन दोनों शावकों की साइटिंग आसानी से हो रही है, लगातार 4 दिनों से बाघिन ST-19 के दोनों शावक जिनमें एक बाघ और एक बाघिन है, वह अपने टेरिटरी की तलाश में इस जंगल में घूम रहे हैं और पर्यटकों को आसानी से नजर आ रहे हैं। क्योंकि यहां जंगल सफारी बहुत ही सस्ती है इसलिए काफी संख्या में पर्यटक यहां आ रहे हैं।