मानेसर मामले में परसादी लाल मीणा ने 3 नेताओं का लिया नाम..कहा- यही हैं असली दलाल
चिकित्सा मंत्री परसादी लाल मीणा भारत जोड़ो यात्रा की तैयारियों का जायजा लेने के लिए आज कोटा में थे। उन्होंने यहां सर्किट हाउस में मीडिया से बातचीत की। उन्होंने इस बातचीत में मानेसर मामले में भाजपा के 3 नेताओं को दलाल बता दिया। उन्होंने कहा कि साल 2020 में हमारी सरकार गिराने में इन नेताओं का ही हाथ था।
महाराष्ट्र, एमपी, कर्नाटक जैसा यहां करने की कोशिश में थी भाजपा
दरअसल परसादी लाल मीणा ने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया, उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ और केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत का नाम लिया। उन्होंने कहा कि इन तीनों ने मिलकर ही कांग्रेस सरकार गिराने की भरकस कोशिश की। उन्होंने हमारे विधायकों को खरीदने के लिए मोटी रकम की भी पेशकश की। परसादी लाल मीणा ने कहा कि इस कांड में हमारी पार्टी के भी कुछ नेता शामिल थे। भाजपा नेता यहां वैसे ही सरकार गिराने की कोशिश कर रहे थे जैसे इन्होंने महाराष्ट्र, कर्नाटक, मध्य प्रदेश में की। राहुल गांधी के गहलोत और पायलट को पार्टी के असेट्स बोलने के सवाल पर परसादी लाल मीणा ने कहा कि सिर्फ गहलोत और पायलट ही नहीं पार्टी का हर नेता और कार्यकर्ता पार्टी की संपत्ति है।
भारत जोड़ो यात्रा के आगमन की तैयारियों का लिया जायजा
बता दें कि कोटा में आज सीएम गहलोत भी भारत जोड़ो यात्रा की तैयारियों का जायजा लेने के लिए आए थे, उन्होंने यहां शांति धारिवाल, परसादी लाल मीणा समेत कई नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ तैयारियों का जायजा लिया औऱ लोगों से भी मुलाकात की। इसके बाद वे झालावाड़ रवाना हो गए। झालावाड़ के चंवली गांव में सीएम अशोक गहलोत ने तैयारियों का पूरा जायजा लिया। बता दें कि राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा मध्य प्रदेश-राजस्थान के बॉर्डर से झालावाड़ के चंवली गांव से राजस्थान में प्रवेश करेगी।
राजस्थान में 521 किलोमीटर चलेंगे राहुल गांधी
‘भारत जोड़ो यात्रा’ में राजस्थान वो राज्य है, जहां वे सबसे लम्बा सफर करेंगे। राहुल गांधी यहां 15 से 18 दिनों में 521 किलोमीटर का सफर तय करेंगे। इस दौरान वे 7 जिलों झालावाड़, कोटा, बूंदी, सवाईमाधोपुर, टोंक, दौसा और अलवर की 18 विधानसभाओं से गुजरेंगे। यात्रा के दौरान टोंक जिले में सिर्फ 5-6 किलोमीटर का हिस्सा कवर होगा।राजे के गढ़ को भेदने की तैयारी झालावाड़-बारां संसदीय सीट पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का गढ़ माना जाता है। पिछले नौ लोकसभा चुनावों में वहां कांग्रेस हार रही है।